नई दिल्ली: सोने (Gold) के दामों में अगस्त की अपेक्षा नरमी होने के कारण धनतेरस पर बाजार (Market) चमका। जिस तरह से खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी उससे कारोबारियों को उम्मीद बंधी है कि Diwali तक Covid पूर्व वाली स्थिति संभवत: आ जाए। महामारी (Pandemic) में आई कमी इसके पीछे बड़ा कारण बनी। अब ग्राहक बाजार पहुंच रहे हैं।
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कैट ने एक बयान में कहा, ‘ धनतेरस पर देशभर में लगभग 75,000 करोड़ रुपये की बिक्री हुई, करीब 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई।’ कैट ने बताया कि इसमें दिल्ली में 1,000 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र में करीब 1,500 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश में करीब 600 करोड़ रुपये की अनुमानित बिक्री शामिल है। दक्षिण भारत में, लगभग 2,000 करोड़ रुपये होने की बिक्री होने का अनुमान है।
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अनुमान के मुताबिक धनतेरस के अवसर पर दिल्ली में करीब एक हजार करोड़ रुपए का सोना बिका। जबकि पूरे देश में 75 हजार करोड़ का सोना बिकने का अंदाजा लगाया गया है। धनतेरस पर कीमती धातु खरीदने का चलन है। इसको देखते हुए बाजार में नई चमक देखी गई। अगस्त में 57,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर को छूने वाला सोना नरम रहा।
सोने की कीमत मंगलवार को दिल्ली में करीब 47,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। पिछले साल धनतेरस पर करीब 40 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम का भाव था। द बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश जैन के अनुसार दिल्ली में दिवाली तक कारोबार अच्छा रहेगा।
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हल्के वाले सोने के उत्पादों की बिक्री में तेजी
दुकानों में और ऑनलाइन बिक्री तेज होने के साथ सोने की कीमतों के अगस्त के करीब 57,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर की तुलना में अपेक्षाकृत नरम होने के साथ मंगलवार को खरीदारी में वृद्धि हुई, विशेष रूप से हल्के वाले सोने के उत्पादों की बिक्री में तेजी आयी है। हिंदू मान्यता के अनुसार धनतेरस को कीमती धातुओं से लेकर बर्तनों तक की खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है।
पिछले धनतेरस पर सोना 39,240 रुपये प्रति 10 ग्राम था
सोने की कीमत मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में 46,000-47,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (करों को छोड़कर) के दायरे में थीं, जो इस साल अगस्त में 57,000 रुपये से अधिक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। हालांकि, सोने की दर अभी भी धनतेरस, 2020 के भाव 39,240 रुपये प्रति 10 ग्राम की तुलना में 17.5 प्रतिशत अधिक है। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण स्थानीय परिषद के चेयरमैन आशीष पेठे ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि बिक्री की मात्रा (पूर्व-कोविड स्तरों की तुलना में) बराबर होगी क्योंकि दरें 2019 से बढ़ी हैं। मूल्य के संदर्भ में, हम 2019 के स्तर से 20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद करते हैं।’
ऑफलाइन खरीदारी फिर से बढ़ी
आभूषणों की दुकानों में उपभोक्ताओं की बढ़ी हुई भीड़ देखी गई, जिससे ऑफलाइन खरीदारी के फिर से बढ़ने का पता चलता है। एक साल पहले की तुलना में दुकान जाकर खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।आमतौर पर, धनतेरस के दिन 20-30 टन सोना बेचा जाता है और इस साल क्षेत्र की कंपनियों के अनुसार, मात्रा थोड़ी अधिक होने की उम्मीद है।
मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत) सोमसुंदरम पी आर ने कहा, ”दबी मांग, कीमतों में नरमी और अच्छे मानसून के साथ ही लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों में राहत से मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद है।” उन्होंने कहा, ”हम उम्मीद करते हैं कि यह तिमाही हाल के वर्षों में सबसे बेहतरीन तिमाही होगी।”
दिल्ली की कंपनी पीसी ज्वेलर्स के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने कहा कि इस धनतेरस के दौरान मांग पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर है। उन्होंने कहा, ‘अब तक हमारे शोरूम में लोगों की भीड़ अच्छी थी। उपभोक्ता हल्के वजन के आभूषण खरीद रहे हैं।’ कोलकाता की कंपनी नेमीचंद बमालवा एंड संस के सह-संस्थापक बछराज बमालवा ने भी कहा कि उपभोक्ताओं ने पिछले दो वर्षों में महामारी के कारण खरीदारी नहीं की और अब स्थिति सामान्य होने के साथ लोग बाहर निकल रहे हैं तथा खरीदारी कर रहे हैं।
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