नई दिल्ली। कोरोना काल में देखा गया कि कई नए गानें रिलीज हुए है, कई नए सिंगर कई नए प्रोड्यूसर ने इस दौरान अपना हाथ आजमाया है। इसी कड़ी में सिंगर आस्था गिल का एक गाना क्रेजी लेडी रिलीज हुआ था, और ये गाना दर्शकों को काफी पसंद आ रहा है। मीडिया से बातचीत के दौरान आस्था गिल ने अपना अनुभव इस गाने को लेकर शेयर किए है।
आस्था गिल के ‘क्रेजी लेडी’ ने बनाया फैंस को दिवाना
आस्था गिल का हाल ही में ‘क्रेजी लेडी सॉन्ग रिलीज हुआ है. जो फैन्स को काफी पसंद भी आ रहा है। इस गाने को यूट्यूब पर अब तक 6 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। हाल ही में ‘क्रेजी लेडी को लेकर आस्था गिल ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने गाने को लेकर अपने एक्सपीरियंस को साझा किया। वैसे इस गाने में आस्था गिल बहुत ही अलग लुक में नजर आई है।
आस्था ने कहा कि- मेरे मन में था कि अगला गाना मुझे बड़ा और कुछ क्रेज़ी करना था तो मेरा फर्स्ट ब्रीफ यही था जब लोग बैठे इस गाने पर काम करने के लिए कि मुझे कुछ क्रेज़ी करना है और फिर हमने क्रेज़ी लेडी करने का फैसला किया। मेरा यह मानना है कि जीवन में हमें थोड़ा-सा क्रेज़ी होने की जरूरत है। जीवन में कुछ हासिल करने के लिए सारी रिस्ट्रिक्शन को तोड़ना, अपना जो मन करे वो करो और वहीं से इस गाने की शुरुआत हुई। यह गाना मेरे लाइफ कि जर्नी के बारे में है लोगों की सोच बिना जीवन में आगे बढ़ना और इस गाने के पीछे यही मेरी इंस्पिरेशन थी।
क्रेज़ी लेडी गाने के ज़रिए में लोगों तक यह संदेश पहुंचाना चाहती हूं कि जो आपका मन करता है ना आप वो करो। किसी को ये बताने मत दो कि आप को क्या सही करना चाहिए या क्या नहीं करना चाहिए। अपने जीवन के फैसले खुद लेना चाहिए किसी और के कहने पर नहीं चलना चाहिए। यदि आप को लगता है कुछ ज़्यादा हो रहा है और लोग आपको पागल समझते है तो समझने दो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, किसी को फर्क नहीं पड़ता ,यह आपकी लाइफ है अपनी तरीके से जियो, बी क्रेज़ी। दिल की सुनो बाकी करो जो करना है करो।
कोरोना के दौरान शूटिंग करना मुश्किल
पंडेमिक के दौरान शूटिंग करना थोड़ा सा तो डर लग रहा था। सबसे परे स्नेहा ने एक सेनेटाइज टीम को अपॉइंट किया था हर चीज सेनेटिज हो कर आ रही थीं। एक टीम ऐसी थी जो इस बात का ध्यान रख रही थी कि सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है या नहीं। वहां पर मौजूद लोगों ने मास्क पहना है या नहीं पहना है। आर्टिस्ट लोगों ने नहीं पहना था क्योंकि उन्हें शूट करना था कैमरा के सामने। परन्तु कैमरा के पीछे सारे लोगों को मस्क पहनना अनिवार्य था. शूटिंग के दौरान सारे एहतियात बरते गए थे और सावधानी बरती गई। एक दिन की शूटिंग के लिए दो दिन का समय लग गया पर हम सभी सुरक्षित महसूस कर रहे थे।