नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच त्योहारों का सीजन आ गया है। कल 14 नबंवर को पूरे देश में दिवाली काफी धूमधाम से मनाया गया। वहीं दिल्ली की बात करें तो सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेश की धज्जीयां उड़ाते हुए पूरी रात दिल्ली एनसीआर पटाखों के प्रदूषण की चादर से लिपटी रही है।
रातभर पटाखों की बरसात
खराब प्रदूषण के कारण पहले से ही दिल्ली एनसीआर का हालत बिगड़ा हुआ था। ऐसे में दिवाली के मौके पर रातभर पटाखों की बरसात हुई। इसका नतीजा ये हुआ कि पहले से ही खराब दिल्ली की हवा गंभीर स्थिति में पहुंच गई। वहीं दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 999 तक पहुंच गया। आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 572, मंदिर मार्ग इलाके में 785, पंजाबी बाग में 544, द्वारका सेक्टर 18बी में 500, सोनिया विहार में 462, अमेरिकी दूतावास के आसपास 610, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज के आसपास 999, जहांगीरपुरी में 773, सत्यवती कॉलेज में 818 और बवाना इलाके में 623 दर्ज किया गया।
30 नवंबर तक पटाखे जलाने पर रोक
बता दें कि पिछले हफ्ते कोरोना की समीक्षा बैठक के बाद दिल्ली सरकार और एनजीटी ने दिल्ली एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदुषण को देखते हुए बड़ा फैसला लेते हुए 9 नवंबर से 30 नवंबर तक पटाखे जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। इतना ही नहीं एनजीटी ने अपने आदेश में यह भी कहा कि दूसरे राज्यों में भी जहां-जहां वायु प्रदूषण खराब होगी, वहां भी पटाखे जलाने पर पूरी तरह से रोक रहेंगी। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से अपील करते हुए पटाखें न फोड़ने की बात कही थी। उन्होंने कहा था पटाखें फोड़ने से प्रदूषण बढ़ेगा, जिससे करोना मरीजों को काफी दिक्कते बढ़ जाएगी।