नई दिल्ली। आखिरकार एयर इंडिया को टाटा ग्रुप (Tata group) को सौंप (Air India handover) दिया गया। इसके साथ ही एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई। दीपम सचिव तुहीन कांत पांडेय ने कहा कि एयर इंडिया में सरकार की पूरी हिस्सेदारी टाटा संस की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया गया है। अब से एयर इंडिया का नया मालिक टाटा ग्रुप है।
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एयर इंडिया में होंगे कई बदलाव
इस मौके पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि, यह प्रक्रिया (Air India handover)पूरी हो गई है। एयर इंडिया की घर वापसी से हम काफी खुश हैं। अब हमारी कोशिश इस एयरलाइन को वर्ल्ड क्लास बनाने की है। महाराजा की कमान संभालते ही टाटा ग्रुप सबसे पहले एयर इंडिया के लेट लतीफी वाले दाग को धुलेगा। टाटा ग्रुप की पहली कोशिश होगी कि एयर इंडिया की फ्लाइट का संचालन समय पर हो। इसके अलावा भी कई अन्य बदलावों पर विचार किया जा रहा है। इसमें सीटिंग अरेंजमेंट के साथ-साथ केबिन क्रू का ड्रेस कोड चेंज किया जाना शामिल है।
We're totally delighted that this process is complete & happy to have Air India back in the Tata Group. We look forward to walking with everyone to create a world-class airline: Chairman of Tata Sons N Chandrasekharan after taking handover of Air India pic.twitter.com/0vv3EVhRXL
— ANI (@ANI) January 27, 2022
एयर इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक, अब एयर इंडिया की सभी फ्लाइट में रतन टाटा का वॉयस रिकॉर्ड सुनाया जाएगा. बता दें कि अक्टूबर 2021 में टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी 18000 करोड़ में खरीदी थी. यह बोली टाटा सन्स की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से लगाई गई थी.
टाटा समूह ने आज से एयर इंडिया का प्रबंधन और नियंत्रण संभाला। pic.twitter.com/F4sH3f18Ij
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2022
एयरलाइन के संचालन के लिए टाटा ग्रुप को SBI कंसोर्टियम से मिलेगा
SBI के नेतृत्व में बैंकों का कंसोर्टियम टाटा ग्रुप को एयर इंडिया के संचालन (Air India handover) के लिए लोन उपलब्ध करवाएगा। इस कंसोर्टियम में SBI, PNB, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है। यह कंसोर्टियम टाटा ग्रुप को टर्म लोन के साथ-साथ वर्किंग कैपिटल लोन भी उपलब्ध करवाएगा। टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड (Talace Private Limited) ने 8 अक्टूबर 2021 को 18000 करोड़ में एयर इंडिया को खरीदा था।
सरकार को 2700 करोड़ कैश के रूप में मिलेंगे
इधर सरकार ने टाटा ग्रुप द्वारा एयर इंडिया (Air India handover) के अधिग्रहण से पहले, गैर-प्रमुख संपत्तियों के हस्तांतरण के लिए राष्ट्रीय एयरलाइन और विशेष प्रयोजन इकाई ‘AIAHL’ के बीच समझौते को अधिसूचित किया है। टाटा ग्रुप 2700 करोड़ रुपए नकद चुकाएगा और एयरलाइन का 15300 करोड़ रुपए का कर्ज अपना लेगा। सौदे में एयर इंडिया एक्सप्रेस और उसकी इकाई एआईएसएटीएस की बिक्री भी शामिल है।
हस्तांतरण प्रक्रिया से पहले, 24 जनवरी को निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) ने एयर इंडिया लिमिटेड और एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (AIAHL) द्वारा और उनके बीच एयरलाइन की संपत्तियों के हस्तांतरण के लिए किए गए समझौते की रूपरेखा को अधिसूचित किया। एआईएएचएल की स्थापना 2019 में सरकार ने एयर इंडिया ग्रुप की ऋण और गैर-प्रमुख संपत्ति रखने के लिए की थी।
4 सब्सिडियरी कंपनी को AIAHL को ट्रांसफर किया गया
एयर इंडिया की चार अनुषंगी -एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड, एयरलाइन अलाइड सर्विसेस लिमिटेड, एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड और होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ-साथ गैर प्रमुख संपत्तियों आदि को विशेष प्रयोजन इकाई (AIAHL) में स्थानांतरित किया गया था।