नई दिल्ली। राष्ट्रवादी विचारक और प्रखर वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने वामपंथी इतिहासकारों पर बड़ा हमला किया। पूरी पीढ़ी को गलत तथ्यों के साथ इतिहास बताया, जिसके कारण देश की पीढ़ी गलत तथ्यों को पढ़ कर बड़ी हुई है।
गायत्री पैलेस में एक संवाद कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री जिहादी गैंग का कब्जा है। हमेशा सनातन संस्कृति को विकृत रूप में दिखाया जाता है। 1976 में भारतीय संविधान की आत्मा कहे जाने वाली प्रस्तावना में ‘सेक्युलर’ शब्द का हिदी रूपांतरण बताया। युवा पीढ़ी को सनातन संस्कृति को समझाने के लिए माध्यम तो समझाए गए, लेकिन उद्देश्य नहीं बताया गया।
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने बल्लभगढ़ में धर्म परिवर्तन न करने के कारण की गई निकिता तोमर व कुछ दिन पूर्व दिल्ली में की गई अंकित सक्सेना व राहुल राजपूत की हत्या पर चिता जताई। कहा, हमें सतर्क हो जाना चाहिए। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े एवं बलूचिस्तान से आए कैप्टन सिकंदर रिजवी ने तत्कालीन सरसंघचालक माधवराव गोलवलकर गुरुजी की कश्मीर विलय पर भूमिका को इंगित किया।
संचालन आहुति के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने किया। कवियत्री पारुल जिदल, समाजसेवा के क्षेत्र प्रगति चौहान एवं हिदी कविता के क्षेत्र में वेदप्रकाश मणि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुकेश राजपूत, जयप्रकाश सारस्वत, गौरव शर्मा, ज्ञानेंद्र मिश्रा, अमरीश गर्ग, गिरधारी लाल गोयल, प्रदीप सिघल, सत्यप्रकाश नवमान, डॉ. विश्वमित्र आर्य, पवन प्रयास, मधु आंधीवाल, रविंद्र राष्ट्रीय आदि थे।