भुवनेश्वर। उम्र के आगे मानो चुनाव भी बौना नजर आने लगता है। आज यह नजारा बालेश्वर सदर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में साफ देखा जा सकता है। उम्र के आखिरी पड़ाव में पहुंच चुके 90 वर्षीय बेनुधर शरीर से आधा नीचे की ओर झुक चुके हैं किंतु फिर भी इनका कहना है कि दूरदृष्टि कड़ी मेहनत और पक्का इरादा किसी भी व्यक्ति को अपनी मंजिल और लक्ष्य तक अवश्य पहुंचाता है। इसी के चलते आज मैं अपना भाग्य आजमा रहा हूं।
आम लोगों के हितों के लिए बनना चाहते हैं विधायक
बेनुधर मैं पैसे की लालच या अन्य आराम के लिए नहीं बल्कि बस्ती में रहने वाले आम लोगों के हितों की रक्षा के लिए आम लोगों के मुख्यत: बस्ती वासियों के हितों के लिए विधानसभा में उनकी आवाज को उठाने के लिए ही विधायक बनना चाहते हैं। बेनुधर ने पूरी उम्र बतौर नाई के तौर पर बिताया है। लोगों का बाल काटना और दाढ़ी बनाना इनका काम है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बेणुधार के पास एक साइकिल के सिवा और कुछ नहीं है। वह भी टूटी-फूटी हालत में। वे आम लोगों के बीच या तो पैदल या फिर अपनी टूटी-फूटी साइकिल पर सवार होकर सुबह सुबह निकल पड़ते हैं और अपने चुनाव चिन्ह चाय की केटली के पक्ष में वोट मांगते हैं। उम्र 90 हो चुकी है फिर भी आज उनका हौसला बुलंद है।