नई दिल्ली: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, छतीसगढ़, महाराष्ट्र के बाद अब बिहार कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ गई है। बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) के अध्यक्ष को लेकर विवाद चल रहा है। कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मदन मोहन झा सितंबर में अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे। उसके बाद बिहार कांग्रेस को नया अध्यक्ष दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। लेकिन ये अध्यक्ष कौन होगा, इस पर राहुल गांधी ने कांग्रेस के दिग्गजों को दिल्ली बुलाया था। लेकिन उसमें भी को हल नहीं निकला।
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दलित प्रमुख पर विवाद
बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस अब राज्य में अपने लिए नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश कर रही है। बताया गया है कि इसके लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने विधायक और दलित नेता राजेश कुमार राम का नाम आगे बढ़ाया है,लेकिन उनके नाम को लेकर विवाद शुरू हो गया। जानकारी के मुताबिक बिहार कांग्रेस के कई नेताओं ने मदन मोहन झा के जाने के बाद एक दलित को पार्टी प्रमुख बनाने का विरोध शुरू हो गया है।
जदयू की नाराज विधायकों पर नजर
दरअसल नीतीश कुमार की जदयू पहले ही कांग्रेस के नाराज विधायकों पर करीबी नजर रख रही है। ऐसे में कांग्रेस भी पूरी सूझबूझ से विचार कर रही है,और दास की तरफ से प्रस्तावित दलित नाम पर नाराज नेताओं को मनाने के लिए अलग – अलग योजनाओं पर विचार कर रही है।
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कांग्रेस में दो धड़े
दरअसल बिहार कांग्रेस में दो धड़े हैं। एक धड़ा पार्टी का उच्च जाति का प्रदेशाध्यक्ष चाहता है। वहीं दूसरे धड़े का कहना है कि भक्त चरण दास जो कि पूर्व समाजवादी नेता हैं जिन्होंने कुछ समय पहले ही कांग्रेस जॉइन की और वे बिहार में कांग्रेस के लिए बाहरी नेता हैं। इन नेताओं का यहां तक कहना है कि पार्टी के पास अब सिर्फ कुछ उच्च जाति के क्षेत्रों में ही वोटर बेस बचा है, जो कि एक दलित प्रदेशाध्यक्ष बनाने से बिखर सकता है। उनका यह भी कहना है कि दलित , मुस्लिमों और ओबीसी ने पहले ही बिहार में कांग्रेस को छोड़ दिया है। इसलिए पिछड़े समाज से पीसीसी प्रमुख लाने का कोई मतलब नहीं है।
राहुल गांधी की बैठक बेनतीजा
बता दे पिछले दिनों कांग्रेस संगठन में फेरबदल को लेकर राहुल गांधी की अध्यक्षता में बिहार के विधायकों, सांसदों और विधानपरिषद के सदस्यों की एक मीटिंग हुई थी। इसी मीटिंग में प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास ने किसी दलित नेता को अध्यक्ष बनाने की मांग रखी। जिसके बाद अध्यक्ष को लेकर बातचीत आगे नहीं बढ़ी।
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अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे ये लोग
बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे तारिक अनवर, राजेश राम, रंजीत रंजन और मीरा कुमार का है। वहीं कौकब कादरी और चंदन यादव भी अध्यक्ष पद की रेस में आगे हैं। बताया जा रहा है कि प्रभारी भक्त चरण दास के वीटो लगाए जाने के बाद तारिक अनवर और कौकब कादरी सहित गैर दलित नेता रेस में पिछड़ गए हैं। हालांकि अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान को ही लेना है।