बिहार शीतकालीन सत्र : भाजपा विधायकों ने विकास, रोजगार के मुद्दों किया धरना
बिहार में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान सभा सदस्यों (विधायकों) ने मंगलवार को शीतकालीन सत्र के पहले दिन कानून व्यवस्था की स्थिति और बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर राज्य विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। विधायकों ने राज्य की महागठबंधन सरकार पर कानून व्यवस्था, विकास और बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों को लेकर हमला बोला। राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने राज्य सरकार पर कटाक्ष किया और लोगों से किए गए वादों को पूरा करने की मांग की। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से उन्होंने कहा, “उन्होंने बिहार के लोगों से जो भी वादा किया है, उसे पूरा किया जाना चाहिए। महागठबंधन सरकार के आने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है।”
सरकार को कानून और व्यवस्था के मुद्दों को हल करना चाहिए या फिर इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य में लोग निराश हैं और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर अपनी उम्मीदें लगाए हुए हैं। उन्होंने कहा, “लोग निराश हैं और उन्हें एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से उम्मीदें हैं। सरकार को कानून और व्यवस्था के मुद्दों को हल करना चाहिए या फिर इस्तीफा दे देना चाहिए।” अधिकारियों के अनुसार, 13 दिसंबर से 19 दिसंबर तक होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी और सत्र के दौरान दूसरा पूरक बजट पेश किया जाएगा।