नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। अब खबर आ रही है कि इस दुर्घटना में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। आपको बता दें कि सीडीएस बिपिन रावत के करियर का लंबा वक्त भारतीय सेना की सेवा में गुजरा है, वो ऊंचाई पर जंग लड़ने के एक्सपर्ट रहे हैं। आइए जानते हैं उनकी खूबियां।
बड़ी खबर: कुन्नूर में सेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, CDS बिपिन रावत भी थे सवार
- बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) को आर्मी में ऊंचाई पर जंग लड़ने और काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन यानी जवाबी कार्रवाई के एक्सपर्ट के तौर पर जाना जाता है।
- साल 2016 में उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के नेतृत्व में 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान में बसे आतंकी शिविरों को ध्वस्त करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। जिसको बिपिन रावत ने ट्रेंड पैरा कमांडों के माध्यम से अंजाम दिया था।
- उरी में सेना के कैंप और पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए हमले में कई जवान शहीद होने के बाद सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
- आर्मी सर्विस के दौरान उन्होंने एलओसी, चीन बॉर्डर और नॉर्थ-ईस्ट में एक लंबा वक्त गुजारा है।
- बिपिन रावत ने कश्मीर घाटी में पहले नेशनल राइफल्स में ब्रिगिडेयर और बाद में मेजर-जनरल के तौर पर इंफेंट्री डिवीजन की कमान संभाली।
- साउथ कमांड की कमान संभालते हुए उन्होंने पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा पर मैकेनाइजड-वॉरफेयर के साथ-साथ एयरफोर्स और नेवी के साथ बेहतर तालमेल बैठाया।
- चाइनीज बॉर्डर पर बिपिन रावत कर्नल के तौर पर इंफेंट्री बटालियन की कमान भी संभाल चुके हैं।
- बिपिन रावत को इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) में ‘स्वर्ड ऑफ ऑनर’ से नवाजा जा चुका है।
- रावत चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के साथ-साथ भारतीय सेना के 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
- बता दें कि बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च, 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी में एक गढ़वाली राजपूत परिवार में हुआ था। बिपिन रावत ने 1978 में आर्मी ज्वॉइन की थी। बिपिन रावत ने 2011 में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से मिलिट्री मीडिया स्टडीज में पीएचडी की डिग्री हासिल की।