भुवनेश्वर: ओडिशा की तीर्थनगरी पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ की 35 हजार एकड़ जमीन बेचे जाने की खबर को मंदिर प्रशासन ने झूठ करार दिया है। खबरों में कहा गया था कि यह जमीन बेची जा रही है। इस पर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने कहा कि यह पूरी तरह से असत्य व दुर्भावनापूर्ण खबर है।
एसजेटीए ने कहा कि हम ओडिशा के लोगों और भगवान जगन्नाथ के करोड़ों भक्तों से आग्रह करते हैं कि वे ऐसी झूठ खबर व गलत रिपोर्ट से भ्रमित न हों।
We urge the people of Odisha and millions of devotees of Lord Jagannath to not be misguided by such malicious lies and false reporting: Chief Administrator, Shree Jagannatha Temple Administration (SJTA), Odisha
— ANI (@ANI) March 18, 2021
वहीं, इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को ओडिशा सरकार के उस कथित निर्णय की निंदा की जिसके तहत राज्य के भीतर और बाहर भगवान जगन्नाथ की 34,000 एकड़ भूमि को बेचा जा रहा है। हालांकि, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने इस आरोप का खंडन किया है।
We urge the people of Odisha and millions of devotees of Lord Jagannath to not be misguided by such malicious lies and false reporting: Chief Administrator, Shree Jagannatha Temple Administration (SJTA), Odisha
— ANI (@ANI) March 18, 2021
34,000 एकड़ भूमि को बेचने का फैसला
भाजपा के नेता प्रतिपक्ष पी के नायक ने कहा कि कानून मंत्री प्रताप जेना ने 16 मार्च को विधानसभा में बताया था कि बीजद सरकार ने भगवान जगन्नाथ के स्वामित्व वाली 34,000 एकड़ भूमि को बेचने का निर्णय लिया है.
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भूमि लंबे समय से कई लोगों के अवैध कब्जे में है
मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने स्पष्ट किया कि जो भूमि लंबे समय से कई लोगों के अवैध कब्जे में है, उन विवादों का मंदिर प्रशासन के जरिए समाधान किया जा रहा है और ये दो दशक पहले बनाई गई नीति के तहत किया जा रहा है ताकि भगवान जगन्नाथ की भूमि सुरक्षित रह सके.