नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की दिल्ली इकाई ने यमुना नदी के किनारों पर छठ पूजा (Chhath Puja) की अनुमति नहीं देने के दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के निर्णय पर शुक्रवार को आपत्ति जताई और कहा कि वह नियमों को तोड़ते हुए पर्व मनाने के लिए नदी के आसपास के इलाकों में जाएगी। आपको बता दे कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने यमुना नदी के किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है. लेकिन, DDMA ने श्रद्धालुओं को राष्ट्रीय राजधानी के निर्धारित स्थानों पर सख्त Covid -19 Protocol के साथ छठ पूजा करने की इज़ाज़त दे दी हैं. DDMA की ओर से सीमित छठ घाटों पर सार्वजनकि तौर पर छठ पूजा की अनुमति दी गई है. साथ ही सभी प्रकार के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह इज़ाज़त दी गई है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा (BJP) के सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कहा कि यह कदम ‘पूर्वांचलियों की धार्मिक आस्थाओं से खेलने’ जैसा है। वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश साहिब सिंह (Pravesh Sahib Singh) ने कहा कि वह छठ का पर्व यमुना के घाट पर ही मनाएंगे। तिवारी ने एक बयान जारी करके कहा कि वह यह जान कर ‘स्तब्ध’ हैं कि श्रद्धालुओं को छठ पर्व यमुना नदी के किनारों पर मनाने की अनुमति नहीं है।
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उन्होंने एक बयान में कहा, ‘मैं यह जानकर हैरान हूं कि Delhi Government ने यमुना के तट पर छठ उत्सव पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया है। यह पूर्वांचलियों की धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास है। अरविंद केजरीवाल की हिंदू विरोधी नीति बेनकाब हो रही है। हम पूर्वांचली इसे स्वीकार नहीं करते।’ वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद सिंह ने भी इस फैसले पर अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि वह यमुना घाट पर ही छठ मनाएंगे।
सिंह ने Tweet किया, ‘छठ पूर्वांचल के भाइयों और बहनों के लिए सबसे बड़ा त्योहार है और उस पर प्रतिबंध लगाना उनकी मान्यताओं के साथ खेलने जैसा है। केजरीवाल जी, मैं खुद यमुना में जाऊंगा और सुनिश्चित करूंगा कि छठ पूजा वहां हो। अगर आप मुझे रोक सकें तो रोक लीजिए।’
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गौरतलब है कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने एक आदेश जारी करके शुक्रवार को कहा कि यमुना नदी के किनारों को छोड़ कर दिल्ली में निॢदष्ट स्थानों पर छठ पूजा की अनुमति होगी।