West Bengal में अब Mid Day Meal में परोसा जाएगा चिकन, BJP सहित पूरे विपक्ष ने ममता सरकार पर बोला हमला
Political Desk | BTV Bharat
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के बीच ‘मिड डे मील’ के मेन्यू को लेकर तकरार हो गई है। ममता सरकार की एक घोषणा के मुताबिक, बंगाल सरकार द्वारा चलाए जाने वाले स्कूलों में जनवरी से अप्रैल तक बच्चों को चिकन परोसा जाएगा। साथ ही उन्हें मौसम के हिसाब से फल भी दिए जाएंगे। विपक्ष का आरोप है कि पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह फैसला किया है।
फंड की कमी के कारण इसे सिर्फ चार महीनों के लिए चलाया जाएगा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा है कि फंड की कमी के कारण इसे सिर्फ चार महीनों के लिए चलाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह साल भर मिलता तो और खुशी की बात होती, लेकिन इसके लिए और फंड की आवश्यक्ता है। दुर्भाग्य से हमारे पास उतना धन नहीं है। बंगाल के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी 3 जनवरी की अधिसूचना के अनुसार, स्कूलों में छात्रों को चिकन और फल परोसने के लिए अतिरिक्त 372 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे।
अब चिकन और फलों को भी इसमें शामिल किया
मेन्यू के मुताबिक, अभी तक छात्र-छात्रों को चावल, आलू, दाल, सब्जियां, सोयाबीन और अंडे मिल रहे थे। अब चिकन और फलों को भी इसमें शामिल कर दिया गया है। मिड डे मील के लिए 60 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार देती है। वहीं, पीएम पोषण योजना के तहत इसका 40 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार देती है। 3 जनवरी को जारी अधिसूचना के साथ ही मेन्यू में इसे शामिल कर लिया गया है।