नई दिल्ली। अफ्रीकी देश कांगो (Democratic Republic of Congo) से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, यहां विस्थापित लोगों के कैंप पर (Congo Attack) आतंकियों ने हमला (Terrorist Attack) कर दिया। इस हमले में कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई। मामले की जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक स्थानीय एनजीओ (NGO) के प्रमुख और एक गवाह के हवाले से दी है। घटना देश के अशांत इटुरी प्रांत की है।
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प्लेन सावो में कम से कम 60 नागरिक धारदार हथियारों से मारे गए
अशांत इटुरी प्रांत खनिज संपन्न है और यहां सशस्त्र समूह खुलेआम घूमते हैं। इन्हीं से मुकाबला करने के लिए प्रांत में तमाम पाबंदियां लगाई गई हैं। क्षेत्र में जारी हिंसा की निगरानी करने वाले किवु सिक्टोरिटी ट्रैकर ने बताया, कल रात जुगु क्षेत्र के प्लेन सावो में कम से कम 60 नागरिक धारदार हथियारों से मारे गए हैं।
हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन केएसटी का कहना है कि इस हमले के पीछे सीओडीईसीओ यानी स्थानीय विद्रोहियों के समूह का हाथ माना जा रहा है।
क्रिसमस पर भी हुआ था हमला
कांगो (Congo Attack) में इस तरह की घटना पहली बार नहीं हो रहीं, बल्कि इससे पहले क्रिसमस के समय भी लोगों पर हमला हुआ था। तब एक हमलावर ने रेस्तरां को निशाना बनाया था। जिसमें छह लोगों की मौत हो गई था। बम विस्फोट के बाद भीषण गोलीबारी भी हुई थी। जिसके कारण वहां मौजूद लोगों ने घबराहट में इधर उधर भागना शुरू कर दिया।
ये हमला नार्थ किवू प्रांत में हुआ था। प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता गेन सायवेन इकेंगे (Ekenge Sylvain) ने बाद में बताया था कि सुरक्षाबलों ने जब हमलावर को भीड़ के बीच जाने से रोका, तो उसने खुद को बम से उड़ा लिया।
क्षेत्र में आईएस के आतंकी सक्रिय
नार्थ किवू कांगो का एक ऐसा क्षेत्र है, जहां आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट काफी सक्रिय है। इसके अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी इस तरह के हमले किए जाते हैं। इस देश में विद्रोहियों के भी कई ग्रुप हैं, जो आम नागरिकों पर हमले करते हैं। सरकार इनसे निपटने की कोशिश तो कर रही है, लेकिन इस तरह के हमलों से साफ है कि सरकार की कोशिशें काफी नहीं हैं।