नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों (Agricultural laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन के 100 दिन पूरा होने की कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार (Modi Government) पर अन्नदाताओं के साथ अत्याचार करने का आरोप लगाया और दावा किया कि सरकार इस आंदोलन को सार्वजनिक विमर्श से गायब करने के लिए तरह-तरह के हथकंड़ों एवं षडयंत्र का सहारा ले रही है।
गांधी, नेहरू, पटेल, शास्त्री और भगत सिंह के दिखाए हुए रास्ते पर चलते हुए किसान 100 दिनों से अपने वजूद को बचाने के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने अहंकार में आकर किसानों पर प्रहार किया और झूठ एवं तिरस्कार का सहारा लिया।#100DaysOfBJParrogance pic.twitter.com/PALqFUxpui
— Congress (@INCIndia) March 6, 2021
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कांग्रेस (Congress) ने देश के मध्यम वर्ग सहित समाज के विभिन्न तबकों से किसानों का समर्थन करने की अपील भी की और यह मांग फिर उठाई कि तीनों कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए तथा इसके बाद किसान संगठनों से बातचीत कर नए कानूनों की पहल की जानी चाहिए। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट किया, देश की सीमा पर जान बिछाते हैं जिनके बेटे, उनके लिए कीलें बिछाई हैं दिल्ली की सीमा पर। अन्नदाता मांगे अधिकार, सरकार करे अत्याचार!
देश की सीमा पर जान बिछाते हैं जिनके बेटे,
उनके लिए कीलें बिछाई हैं दिल्ली की सीमा पर।अन्नदाता माँगे अधिकार, सरकार करे अत्याचार!#FarmersProtests
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 6, 2021
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वहीं कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने ट्वीट करते हुए कहा आज किसान आंदोलन के 100 दिन हों गए। पर दुर्भाग्य है कि “खेती विरोधी तीन काले क़ानूनों” को श्री दुष्यंत चौटाला सही ठहरा रहे। सत्ता की मलाईं खाने में अंधे हो, ये अहंकार की आख़री हद है। गद्दी से चिपके रहने के इस लालच से अच्छा उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे देते।
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आपको बता दें कि पिछले 100 दिनों से कई किसान संगठन दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी वाला कानून बनाने की है। दूसरी तरफ, सरकार ने तीनों कानूनों को कृषि सुधारों की दिशा में बड़ा कदम करार देते हुए कहा है कि इससे किसानों को लाभ होगा और अपनी उपज बेचने के लिए उनके पास कई विकल्प होंगे।