नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है. हर दिन कोरोना के आंकड़े पिछले रिकॉर्ड को तोड़ रहे हैं. दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 10732 नए मामले आए हैं, हालात ये हैं कि मरीजों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है, तो दूसरी तरफ श्मशान घाट और कब्रिस्तान में भी अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. दिल्ली के ITO स्थित कब्रिस्तान की तस्वीरें और आंकड़ा डराने वाला है. डरावनी तस्वीरें देखने को मिल रहीं. मुर्दों को सुपुर्द-ए-खाक करने कि जगह बनाने के लिए JCB मशीन की मदद लेनी पड़ रही है.
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कब्रिस्तान के केयरटेकर शमीम का कहना है कि अप्रैल से पहले के 55 दिनों में सिर्फ 5 कोरोना संक्रमितों की डेड बॉडी आई थी. लेकिन पिछले 3 दिन में ही 5 गुना यानि 25 डेड बॉडी आ चुकी है. एक अप्रैल से 11 अप्रैल तक 39 शवों को दफनाया जा चुका है, शमीम को कब्रिस्तान में शवों की बढ़ती तादाद और कम होती जगह की फिक्र सताने लगी है.
शमीम के मुताबिक अब सिर्फ 100 शवों को दफनाने की जगह बची है, जोकि अगर मौत का यही आंकड़ा रहा तो 10 से 12 दिनों में भर जाएगी. इसको लेकर कब्रिस्तान से जुड़ी कमेटी को जानकारी दे दी गई है. कब्रिस्तान में शवों को दफनाने का काम करने वाले वसीम की शिकायत है कि उन्हें इस काम के वक्त इस्तेमाल के लिए पीपीई नहीं दी जाती. इससे उनकी जिंदगी को भी खतरा रहता है.
श्मशान पर शवों के आने का सिलसिला जारी
कब्रिस्तान हो या श्मशान घाट हर जगह कोरोना के शिकार मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. नॉर्थ एमसीडी के अंतर्गत आने वाला और दिल्ली के सबसे बड़े श्मशान निगमबोध घाट के हालात भी ऐसे ही हैं. श्मशान घाट के मैनेजर विशाल का कहना है कि एक अप्रैल तक तो स्थिति सामान्य थी, लेकिन 2 अप्रैल से मामले कई गुना बढ़ गए हैं. 2 से 9 अप्रैल के बीच कुल 40 कोरोना संक्रमितों के शव दाह संस्कार के लिए आए, तो पिछले दो दिन में ये आंकड़ा बढ़कर 70 को पार कर गया है. अकेले रविवार 24 कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है और अभी भी शवों के आने का सिलसिला जारी है.