नई दिल्ली। लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) को कोर्ट ने उनके बयानों की वजह से नोटिस भेज दिया है। बात ऐसी है कि फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने लेखक जावेद अख्तर अपनी बेबाक बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। जावेद अख्तर किसी भी मुद्दे पर अपनी बात बड़ी बेबाकी से रखते हैं, इस वजह से कई बार उन्हें परेशानियों का सामना भी करना पड़ जाता है। लेकिन लेखक अपनी बात कहने से कभी नहीं चूकते हैं। अब हाल ही में जावेद अख्तर ने तालिबान को लेकर अपना बयान दिया जिसकी वजह से कानूनी पचड़े में फंस गए हैं।
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कुछ समय पहले जावेद अख्तर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना कथित रूप से तालिबान से की थी। जावेद के इस बयान पर काफी हंगामा भी हुआ था। वहीं इस मामले में अब आरएसएस कार्यकर्ता विवेक चंपानेरकर ने जावेद अख्तर के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। विवेक चंपानेरकर ने ये केस मुंबई के ठाणे कोर्ट में दायर किया है जिसके बाद कोर्ट ने लेखक को नोटिस भेजा है साथ ही उन्हें अगली सुनवाई पर यानी 12 नवंबर को कोर्ट में हाज़िर होने के लिए कहा है।
Maharashtra | RSS worker Vivek Champanerkar files a civil suit against lyricist Javed Akhtar in Thane court for allegedly comparing the organisation with Taliban; court sends notice to Akhtar asking him to be present before it on the next date of hearing on November 12.
— ANI (@ANI) September 28, 2021
आपको बता दें कि फिल्म कहानीकार और गीतकार जावेद अख्तर ने एक टीवी शो के दौरान तालिबान से आरएसएस की तुलना की थी। जावेद अख्तर ने कहा था,- ‘जैसे तालिबान अफगानिस्तान को इस्लामी राष्ट्र बनाना चाहता है उसी तरह आरएसएस भी हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए काम कर रहा है’। बताते चलें कि अफगानिस्तान पर तालिबानियों के कब्ज़े के बाद से जावेद अख्तर लगातार तालिबान की आलोचना कर रहे हैं और बयान दे रहे हैं।
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कुछ दिन पहले जावेद ने तालिबानियों के महिलाओं को लेकर नज़रिए पर बयान दिया था। जावेद अख्तर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा था, ‘अल जजीरा ने बताया है कि काबुल के मेयर ने फरमान जारी किया है कि सभी कामकाजी महिलाएं घर पर ही रहेंगी, मैं उम्मीद करता हूं कि सभी इस्लामिक संगठनों को इसका विरोध करना चाहिए, क्योंकि यह उनके धर्म के नाम पर किया जा रहा है। वह लोग कहां गायब हैं जो कल तक 3 तलाक के विरोध में चिल्ला रहे थे।’
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