नई दिल्ली। कोरोना महामारी का खतरा अभी तक टला नहीं है, कोरोना खत्म नहीं हुआ है, अभी तक दुनियां इस महामारी ने बाहर नहीं निकल पाई है। परंतु लोगों को तो जैसे कुछ याद ही नहीं है, लोगों ने तो सारे नियम भूला दिए है और चैन से अपनी जिंदगी जी रहे है। पर इस वेपरवाह भीड़ के चलते सरकार को चिंता होने लगी है कि कहीं फिर से माहौल खराब ना हो जाए। सरकार ने तो कई बार कड़ें शब्दों में आदेश दे दिया है कि कोरोना से जुड़े सभी नियमों का पालन किया जाए। मदिंर में बढ़ती भीड़, बाजारों में एकत्रित लोग और ट्रेनों में वेपहरवाह लोगों ने सबकी चिंता बढ़ा दी है।
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हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने तो ये तक कह दिया है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो दोबारा से लॉकडाउन लग सकता है। महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते मामलों के बाद दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले एक महीने के भीतर दिल्ली में सक्रिय कोविड मरीजों की संख्या दोगुने से भी ज्यादा हो गई है। बढ़ते संक्रमण के बाद भी लोग मेट्रो, रेलवे स्टेशन, बाजार, मंदिर, रेस्टोरेंट और प्रदर्शन स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करना तो दूर चेहरे पर मास्क तक नहीं लगा रहे हैं।
अगर हम मेट्रों की बात करें तो ऐसा हमें कहीं देखने को नहीं मिलेगा कि लोग सामाजिक दूरी के नियम का पालन कर रहे है। मेट्रो में कोराना काल के पूर्व की तरह ही भीड़ बढ़ने लगी है। यात्री पहले की तरह पास पास खड़े होकर ही सफर करते नजर आ रहे हैं। सुबह और शाम के सफर के दौरान मेट्रों में पहले की तुलना में ज्यादा भीड़ नजर आने लगी है। इसके अलावा खुद कर्मचारी भी नियमों का पालन नहीं कर रहे है।
और तो और रेलवे स्टेशन पर जो थर्मल स्क्रीनिंग होती है वो भी नहीं हो रही है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी आने जाने वाले यात्रियों की पहले की तरह थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सैनिटाइज या किसी प्रकार की जांच-पड़ताल नहीं की जा रही है। दूसरे राज्यों की ट्रेनों से दिल्ली आने वाले यात्री बेरोकटोक स्टेशन से उतरकर अपने गंतव्य पर जा रहे हैं। अगर किसी गेट पर या किसी जगह थर्मल स्क्रीनिंग हो भी रही है तो बस नाम की।
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प्रर्दशन करने वाले लोग तो मास्क तक नहीं लगा रहे है। जतंर मंतर प्रदर्शन स्थल पर भी कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ रही हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी यहां आकर एकत्र हो रहे हैं और धरना दे रहे हैं। लेकिन एक भी प्रदर्शनकरी के चेहरे पर मास्क नहीं लगा है। और मास्क लगना जरुरी नहीं है ऐसा कई सारे लोग अब मानने लगे है। क्योंकि कहीं ना कहीं लोगों के मन में आ गया है कि कोरोना खत्म हो गया है। दिल्ली के बाजारों में बढ़ती भीड़ कोरोना संक्रमण को न्योता दे रही है।