नई दिल्ली। कोविड काल में देश (India) ने बहुत कुछ खो दिया है, जान और माल दोनों का काफी नुकसान हुआ है। इसके चलते हर कोई काफी दुखी है। और देश को इस वक्त मदद की जरुरत है और कई सारे लोग आगे आकर मदद कर रहे है लोगों की। वहीं इस कड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi university) को लेकर खबर आ रही है कि जो बच्चे इस दौरान अनाथ हुए है उनको फीस में छुट मिल सकती है।
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आपको बता दे कि इस संबंध में विश्वविद्यालय ने संबद्ध कॉलेजों को पत्र लिखकर उन छात्रों की जानकारी जुटाने के लिए कहा है जिन्होंने अपने माता-पिता या किसी एक को खो दिया है। जब इस जानकारी के चलते कॉलेज के डीन बलराम पाणी से बात हुई तो उनका कहना था कि,- ऐसे छात्रों की जानकारी को लेकर विश्वविद्यालय ने सोमवार तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। डीयू से तीन प्रकार के कॉलेज संबद्ध हैं।
कॉलेज डीन ने आगे कहा है कि इसमें ट्रस्ट द्वारा संचालित, विश्वविद्यालय द्वारा संचालित और दिल्ली सरकार द्वारा पूर्ण व आंशिक रूप से पोषित कॉलेज हैं। दिल्ली सरकार के तहत इसमें कुल 28 कॉलेज आते हैं। वहीं इसी कड़ी में दिल्ली सरकार की ओर से वित्त पोषित एक कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के फैसले का वह स्वागत करती हैं। एक बार फैसले को मंजूरी मिलने के बाद इसे कॉलेज की गर्वनिंग बॉडी के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
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आगे इसी मामले के संबध में डीयू के वाइस चांसलर पीसी जोशी ने भी फीस छूट के मुद्दे पर जोर दिया है। कोरोना से दिवंगत हुए विश्वविद्यालय कर्मचारियों के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में जोशी ने कहा कि कोरोना महामारी में माता-पिता को खो चुके छात्र प्रशासन के लिए प्रमुख चिंता का विषय हैं।