नई दिल्ली। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(ACB)की टीम ने गुरुवार को धनबाद के गोविंदपुर इलाके में छापेमारी की और एक सहायक उप-निरीक्षक (Asst sub-inspector) मुनेश तिवारी को कोयला व्यापारी 50,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
बीते कुछ दिन पहले झारखंड के झरिया में कोयला व्यापारी रमेश पांडे ने एएसआई मुनेश तिवारी ने रिश्वत मांगने आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत किए थे। जिसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बड़ी कारवाई करते हुए सहायक उप-निरीक्षक मुनेश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला11 नवंबर, 2020 की है जब गोविंदपुर में अवैध कोयला के डंप करने के मामले में एएसआई मुनेश तिवारी ने एक कोयला के संचालन के अपने दो भाइयों, गणेश तिवारी और मंटू तिवारी के नाम को हटाने के लिए उनसे 50,000 रुपये की रिश्वत मांग की थी।
जांच के दौरान एसीबी ने शिकायतकर्ता का आरोप को सही पाया गया। रमेश पांडे ने आरोपी मुनेश कुमार तिवारी के बीच एक टेलीफोनिक बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराया है, जिसमें आरोपी 2.5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं। उसमे डीएसपी सरिता मुर्मू के लिए 2 लाख रुपये और खुद के लिए 50,000 रुपये मांग कर रहे हैं।आरोपी मुनेश कुमार तिवारी रमेश पांडे को बोला उसे तुरंत 50,000 रुपये दे बाद में डीएसपी को 2 लाख रुपये देना होगा।
अंत: एसीबी की टीम ने एक योजना बनाई और पांडे को गुरुवार को गोविंदपुर में एक पान दुकान के पास तिवारी को पैसे देने के लिए कहा,पांडे ने मुनेश कुमार तिवारी को पैसे सौंपने के बाद, वहां मौजूद एसीबी टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।