नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में दिवाली नजदीक आते ही प्रदूषण बढ़ने लगता है। इसकी मुख्य वजह है त्योहारों के दौरान लोग पटाखे जलाते हैं। दिल्ली में पटाखों पर बैन होने के बावजूद कुछ लोग दिल्ली से सटे एनसीआर से शहरों से पटाखे लेकर जलाते हैं। केजरीवाल सरकार इन्हीं सब को देखते हुए 27 अक्टूबर से ‘पटाखे नहीं दिया जलाओ’ (Patakhe Nahi Diya Jalao) अभियान शुरू कर रही है। इसकी जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को दी।
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बता दें कि पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी देते हुए कहा कि लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने और पटाखों की खरीद-बिक्री की निगरानी के लिए जिला स्तर पर 157 सदस्यों वाली 15 टीम बनाई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 सितंबर को पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए कहा था कि यह जीवन बचाने के लिए आवश्यक है। इसके बाद 28 सितंबर को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने एक जनवरी, 2022 तक राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों की बिक्री और इन्हें जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया।
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राय ने कहा, इस साल पटाखों की बिक्री के लिए कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया है और प्रतिबंध के बावजूद, हमें पटाखों की बिक्री और खरीद के बारे में सूचनाएं मिल रही है। मंत्री ने सोमवार को दिल्ली पुलिस और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की जिसमें उन्होंने फैसला किया कि पटाखों को जलाने के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए ‘पटाखे नहीं दीया जलाओ’ अभियान शुरू किया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पटाखे जलाते हुए पाए जाने पर भारतीय दंड संहिता के संबंधित प्रावधानों और विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसे आठ मामले पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं।