नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए एनकाउंटर में 22 जवानों की शहादत से पूरा देश शोक में डूबा है। अभी तक यह कहा जा रहा था कि एनकाउंटर में नक्सलियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है लेकिन अब इसकी पुष्टि भी हो गई है। गृह मंत्रालय और सीआरपीएफ के सूत्रों के मुताबिक, इस एनकाउंटर में कम से कम 20 नक्सली भी मारे गए हैं। अब सर्विलांस ड्रोन से मिले इनपुट से पता लगा है कि हमले में मारे गए नक्सलियों की लाशों को ट्रॉली-ट्रक में भरकर ले जाया गया।
हमले के बाद एनकाउंटर की जगह से एक माओवादी का भी शव मिला लेकिन अब सूत्रों ने बताया है कि हमले में मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या इससे कहीं ज्यादा होती है।
छत्तीसगढ़ : नक्सलियों से मुठभेड़ में अब तक 22 जवान शहीद
इलाके में मौजूद हेरॉन ड्रोन से ये इनपुट मिले हैं। इसके मुताबिक, एनकाउंटर में ढेर हुए नक्सलियों की लाशों को जंगल से ले जाने के लिए कम से कम दो ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का इस्तेमाल किया गया था।
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नाम जाहिर न करने की शर्त पर एक वरिष्ठ सीआरपीएफ अधिकारी ने बताया, ‘हमारा अनुमान है कि हमले में 12 से 20 नक्सली मारे गए हैं। ऐसा न होता तो वे 2 ट्रैक्टर ट्रॉली न मंगवाते। उन्होंने कोबरा, ब्लैक पैंथर, डीआरजी-एसटीएफ जवानों को घेरने की कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं हुए। हम अब अपने तरीके से हमले का जवाब देंगे।’
सीआरपीएफ अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने रविवार सुबह भी एक अन्य इलाके को घेरने की कोशिश की थी लेकिन उनकी इस कोशिश को नाकाम कर दिया गया और जवान सुरक्षित अपने ठिकाने तक पहुंच गए।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दोनों तरफ मरने वालों की संख्या ज्यादा थी क्योंकि एनकाउंटर बस्तर जिले के बीजापुर-सुकना इलाके में हुआ, यह इलाका नक्सिलयों के अभियानों का केंद्र माना जाता है। अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने हमले के लिए ग्रेनेड लॉन्चर का इस्तेमाल किया जिसकी वजह से इतने जवान शहीद हुए। हालांकि, सुरक्षाबलों ने भी ग्रेनेड लॉन्चर और ऑटोमैटिक हथियारों से जवाबी कार्रवाई की।