नई दिल्ली। देश की स्थिति खराब होती जा रही है एक तरफ तो कोरोना से सबको परेशान कर रखा है और दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को यूपी गेट पर दो टूक कहा कि अगर लाकडाउन लगेगा, तब भी आंदोलन चलता रहेगा। जाहिर है कोरोना महामारी के बीच ऐसा कुछ भी हुआ तो देश के लिए सही नही होगा।
गौरतलब है कि किसानों नें कृषि आंदोलन को लेकर किसान आंदोलन दिल्ली में काफी जोर- शोर से किया था। और किसान आंदोलन कई दिनों तक चला था इसी आंदोलन के बीच लाल किला हिंसा का भी मामला सामने आया था। परंतु पिछले कुछ दिनों से सब शांत था लेकिन फिर से राकेश टिकैत ने फिर से बयान बाजी शुरु कर दी है जिससे स्थिति खराब हो रही है।
राकेश ने कहा है कि,- सिंघु बार्डर और टीकरी बार्डर पर पांच माह से किसान डटे हैं। एक तरह से यहां किसानों ने अपना गांव बसा लिया है। लाकडाउन लगेगा, तो क्या गांव में लोग नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि लाकडाउन लगेगा, तो उसके नियमों का पालन किया जाएगा। गांवों से किसान यहां नहीं आएंगे। मगर जो यहां पर हैं वह यहीं पर रहेंगे। आंदोलन चलता रहेगा।
कोरोना महामारी को लेकर राकेश का बयान है कि,- उन्होंने पहला डोल लगवा लिया है। सीमाओं पर बैठे किसानों को टीका लगवाने के लिए आसपास के निजी अस्पतालों और प्रशासन से बातचीत की जा रही है। सभी को टीका लगवाया जाएगा। आपको बता दे कि इस धरना की वजह से यूपी गेट पर दिल्ली जाने वाली सभी लेन बंद हैं। लाखों वाहन चालकों को बहुत दिक्कत हो रही है। उन्हें अन्य सीमाओं से गुजरना पड़ रहा है। वह प्रदर्शनकारियों को कोस रहे हैं। इनके खिलाफ स्थानीय निवासी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अड़ियल रवैया अपनाए प्रदर्शनकारी यहां से हट नहीं रहे हैं।
दूसरी तरफ सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कैसे भी कोरोना को खत्म किया जाए। लॉकडाउन, नाइटकर्फ्यू जैसी चीजों का इस्तेमाल करके कोरोना से लोगों को बचाने की कोशिश करी जा रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से अहम कदम उठाया गया है। इसके तहत अब रविवार को बीते साल की तरह ही पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा जिससे संक्रमण फैलने की चेन को खत्म किया जा सके।