Eknath Shinde-Uddhav ठाकरे से छिना Shivsena का साया,नाम और ‘धनुष-बाण’ पर रोक. ECI पर उठाए सवाल
Breaking Desk | BTV Bharat
शिवसेना किसकी, इस सवाल पर जारी एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट की जंग थमी नहीं है। भारत निर्वाचन आयोग ने पार्टी के नाम औऱ चुनाव चिह्न ‘धनुष-बाण’ को फ्रीज कर दिया है। अब चुनाव आयोग के फैसले पर दोनों ही गुट प्रतिक्रियाएं रहे हैं। एक ओर जहां उद्धव समर्थक इसे ‘अन्याय’ बता रहे हैं। वहीं, शिंदे कैंप ने भी आयोग के सामने अपना पक्ष रखने की तैयारी कर ली है।
मुंबई के अंधेरी पूर्व में उपचुनाव होने हैं
खास बात है कि निर्वाचन आयोग की तरफ से अंतरिम आदेश ऐसे समय पर आया है, जब मुंबई के अंधेरी पूर्व में उपचुनाव होने हैं। ECI की तरफ से जारी अंतरिम आदेश ने दोनों गुटों से शिवसेना का नाम और चिह्न इस्तेमाल करने का अधिकार छीन लिया है। इसपर पूर्व लोकसभा सांसद और शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे ‘हैरानी’ जाहिर कर रहे हैं।
उन्होंने इसके तार राजनीतिक मकसद से जोड़े हैं
साथ ही उन्होंने इसके तार राजनीतिक मकसद से जोड़े हैं। पार्टी के लोकसभा सांसद अरविंद सावंत ने भी आरोप लगाए कि उद्धव गुट के जवाब और शिंदे कैंप की याचिका में से किसी पर भी जरूरी विचार नहीं किया गया। उन्होंने आयोग पर सवाल उठाए और कहा, ‘हमने कल सुबह चुनाव आयोग के सामने हमारा जवाब दाखिल कर दिया था और शाम मे ही नाम और चिह्न को फ्रीज करने का आदेश जारी हो गया। यह बगैर सुनवाई के हुआ है।’ माना जा रहा है कि पार्टी का नाम और चिह्न मिलने की उम्मीद लगाए शिंदे गुट को भी आयोग के फैसले से झटका लगा है। शिंदे गुट ने कहा कि वे कानूनी सलाह लेंगे। दोनों गुटों ने आज समर्थकों की बैठक बुलाई है।