नई दिल्ली। मीडिया रिपोर्टिंग को लेकर चुनाव आयोग ने हाईकोर्ट के सामने अपील की है क्योंकि चुनाव आयोग को लगता है कि मीडिया उनकी छवि को खराब कर रही है। जाहिर है देश में एक तरफ कोरोना महामारी के चलते लोग मर रहे है वहीं दूसरी तरफ चुनाव कराए जा रहे है, लोगों के बीच चुनाव को लेकर गुस्सा तो है ही।
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चुनाव आयोग के मुताबिक अदालत की मौखिक टिप्पणियों पर जिस तरह से रिपोर्टिंग की जा रही है। उससे चुनाव आयोग की छवि धूमिल हो रही है। चुनाव आयोग का कहना है कि पिछले कुछ समय से अदालत की खबरों को मीडिया में दिखाया जा रहा है। खासकर चुनाव आयोग से जुड़ी खबरें जो दिख रही हैं। उससे संवैधानिक संस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस तरह की रिपोर्टिंग से चुनाव आयोग की छवि को धक्का लग रहा है।
इससे पहले ही कोरोना महमारी का प्रकोप देखते हुए चुनाव आयोग ने 2 मई यानी मतगणना के दिन या उसके बाद विजय जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना से बिगड़े हालात के लिए चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया है।
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वहीं जब देश की स्थिति बहुत ही खराब है लोग मर रहे है, हर तरफ हलचल पैदा हो चुकी है कोरोना के चलते। तो ऐसी स्थिति में चुनाव कराना तो गलत है, पूरी तरह से हर कोई चुनाव आयोग को कोरोना के बढ़ते मामलों का जिम्मेदार बता रहा है। देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के लिए मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया था। हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को फटकार लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग की लापरवाही से बंगाल में राजनीतिक दलों को चुनावी रैली और सभाएं करने का मौका मिला, जिससे कोरोना का फैलाव तेज हो गया।