नई दिल्ली। मेट्रों सिटी में आए दिन कुछ ऐसे खुलासे सामने आते रहते है जिनसे सबको झटका लग जाता है। वहीं इस कड़ी में एक और मामला सामने आया है जिससे पता चला है कि सुरक्षा एजेंसी के पीछे एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था जिसमें करोंड़ों रुपए की ठगी को भी अंजाम दिया गया है। फिलहाल तो सारा मामला पुलिस के सामने आ गया है।
वहीं इस मामले को लेकर साइबर सेल के पुलिस उपायुक्त अन्येष रॉय ने कहा है कि,- उत्तम नगर में एक ही इमारत में दो बड़े कॉल सेंटर चल रहे थे। एक कॉल सेंटर से पुलिस ने 18 जबकि दूसरे से 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में एक कॉल सेंटर के मालिक उत्तम नगर निवासी क्षितिज और दूसरे सेंटर के मालिक पीतमपुरा निवासी धनंजय नेगी और द्वारका निवासी अभिषेक भी हैं।
उन्होने आगे बताया है कि, छापे के दौरान उन केंद्रों में से एक पर कॉल चल रहा था। जिसमें यूएस ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी का बताकर एक विदेशी महिला को धमकाया जा रहा था। पीड़िता ने दो हजार यूएस डॉलर का उपहार कार्ड भी खरीद लिया था। पुलिस टीम ने सही समय पर मामले को संभाल लिया। महिला को इस घोटाले से अवगत कराया।
जांच में पता चला कि गैंग के बदमाश और उनके कॉलर कॉल सेंटर से विदेशी नागरिकों को वॉइस नोट्स भेजते थे। जिसमें गिफ्ट कार्ड और लुभावना ऑफर देते थे। जाल में फंसाने के बाद मुख्य आरोपी क्षितिज बाली ड्रग कार्टेल के नाम पर कार्रवाई होने की धमकी देकर ठगी करता था। और इसके अलावा भी कई सारे काम किए जाते थे जो कि सामने आए है।
मामले की जब पूरी छानबीन हुई तो पता चला है कि जो मुख्य आरोपी है वो दरअसल 4 साल से एक काम कर रहा था। उसके निशाने पर मैक्सिको और कोलंबिया जैसे देशों में बैठे लोग होते थे। उसके बैंक खातों की जांच में पता चला है कि आरोपी कोलंबिया, कनाडा, मैक्सिको, कैलिफोर्निया और होस्टन के अलावा अन्य देशों में बैठे विदेशियों से ठगी करते थे।