नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) की नई फिल्म तूफान आज ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम पर रिलीज हुई है। इस फिल्म का इंतजार फैंस को एक लंबे समय से था क्यूंकि फिल्म को लेकर कई सारी चीजें पहले ही सामने आ चुकी है, पर कोरोना की वजह से फिल्म की रिलीज डेट दिन व दिन आगे बढ़ रही थी। हाल ही में फरहान अख्तर ने इस फिल्म को लेकर कई सारे बड़े खुलासे किए है।
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आपको बता दे कि फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) फिल्म तूफान में मुक्केबाज के किरदार में हैं। इससे पहले वो फिल्म भाग मिल्खा भाग में फ्लाइंग सिख नाम से प्रख्यात स्वर्गीय एथलीट मिल्खा सिंह के जीवन को पर्दे पर निभा चुके हैं। जो कि लोगों को काफी पसंद आया था और फिल्म सुपरहिट रही थी। तो वहीं फिल्म तूफान को लेकर एक्टर ने कहा है कि अलग-अलग रोल के लिए शारीरिक तैयारी की अलग-अलग डिमांड होती है। मेरी पिछली फिल्म द स्काई इज पिंक में भले ही फिजिकल डिमांड कम रही हो, लेकिन उसमें इमोशनल चैलेंज काफी थे।
तूफान के लिए मैं अपनी तैयारी सिर्फ इतना चाहता था कि अगर बॉक्सिंग या उसकी दुनिया से जुड़ा कोई शख्स मुझे स्क्रीन पर देखे तो उन्हें लगे कि मैं एक बॉक्सर को स्क्रीन पर ठीक से निभा पा रहा हूं। सच कहूं तो जो भी काम होता है, वह आपके दिमाग में ही होता है। हर किरदार के लिए सबसे पहले आपको अपने दिमाग को तैयार करना पड़ता है। स्क्रीन पर दर्शक जो देखते हैं, वह कलाकार के दिमाग में चल रही गतिविधियों का फिजिकल रिप्रजेंटेशन होता है। इसलिए सबसे ज्यादा मेहनत अपने दिमाग को मजबूत बनाने में होती है।
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आगे एक्टर ने कहा है कि- ‘हम सभी ने कभी न कभी अपनी जिंदगी में असफलता महसूस की है। यह तो जीवन का हिस्सा है। मैंने सिर्फ यही सीखा है कि हार हो या जीत, हर चीज को खुशी-खुशी स्वीकार करें। जीत का जश्न विनम्रता से मनाएं और हार का बोझ इतना मत लें कि फिर कभी आप उठकर आगे ना बढ़ सकें। जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहना, कुछ न कुछ सीखते रहना और खुद को लगातार नई चुनौतियां देना जरूरी है।
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निर्देशन को लेकर एक्टर (Farhan Akhtar) ने कहा है,- आने वाले दिनों में मैं एक फिल्म निर्देशित करने वाला हूं। निर्देशन और लेखन मेरी जिंदगी का एक बहुत अहम हिस्सा है, वह मैं करता रहूंगा। जब मैं फिल्म में एक्टिंग कर रहा होता हूं तो निर्देशक के काम में दखल नहीं देता हूं। बतौर अभिनेता मुझे उनके नजरिए, सहारे और भरोसे की जरूरत होती है। मैं अपने निर्देशक को उतना ही सम्मान देने की कोशिश करता हूं, जितना मैं बतौर निर्देशक अपने कलाकारों से चाहता हूं।
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