नई दिल्ली: तीन नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar)
ने एक बार फिर मोदी सरकार का रुख साफ किया है। तोमर ने कहा है कि नए कृषि कानूनों से संबंधित प्रावधानों पर किसी भी किसान संगठन से और कभी भी बात करने को तैयार है।
Baba Ka Dhaba : बाबा के ढाबा वाले बुजुर्ग कांता प्रसाद ने क्यों की ख़ुदकुशी की कोशिश ?
कृषि मंत्री ने क्या कहा ?
उन्होंने कहा, ‘कोई कमी नहीं है, भारत सरकार किसान से वार्ता करने को तैयार हैं. रिपीलको छोड़कर एक्ट से संबंधित प्रावधान पर कोई भी किसान यूनियन आधी रात को बात करने को तैयार है तो नरेंद्र सिंह तोमर उनका स्वागत करेगा.’
भारत सरकार नए कृषि कानूनों से संबंधित प्रावधानों पर किसी भी किसान संगठन से और कभी भी बात करने को तैयार है…
हम उनका स्वागत करते हैं… pic.twitter.com/gv1FF9zU8i— Narendra Singh Tomar (@nstomar) June 18, 2021
बता दे किसान संगठन, तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि सरकार का कहना है कि वह जरूरत के अनुसार इसमें सुधार कने के लिए तैयार है। केंद्र सरकार ने कई बार संकेत दिए हैं कि किसान संगठनों को सिर्फ इन कानूनों को रद्द करने से इतर कानूनी बिंदुओं पर बात करनी चाहिए, तभी बात आगे बढ़ सकती है।
Delhi High Court की ये टिप्पणी कर सकती है आप को चिंतित !
7 महीने से चल रहा आन्दोलन
आप को बता दे तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन लगभग पिछले 7 महीने से इन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे है।वहीं भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने 29 अप्रैल को कहा था कि जब भी सरकार चाहे, किसान संगठन केंद्र के साथ तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चर्चा कानून को रद्द करने के बारे में होनी चाहिए।