नई दिल्ली: किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. सरकार के साथ दूसरी बैठक भी बेनतीजा रही. अब अगली बैठक 5 दिसंबर को होगी. वहीं किसान नेताओं का कहना है कि चाहे सरकार हमें गोली मार दे, हम अपना हक लेकर रहेंगे. सरकार अपनी ताकत दिखा रही है, हम अपनी ताकत दिखा रहे हैं. इस मामले को सरकार लंबा खींचना चाह रही है. लेकिन अभी संतुष्ट नहीं हैं आंदोलन जारी रहेगा.
The issue is about the complete roll back of laws. Not only one but discussions will also be held on several issues. Farmers want that the laws be taken back. Government wants to talk about MSP and amendment to the Acts: Rakesh Tikait, Spokesperson, Bharatiya Kisan Union https://t.co/xKJX6ZqzRX
— ANI (@ANI) December 3, 2020
‘कानूनों में बदलाव नहीं चाहिए’
किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि हमने सरकार के सामने सभी कमियों को रखा, उन्हें स्वीकार करना पड़ा कि कमियां हैं और वे संशोधन करेंगे. हमने कहा कि हम संशोधन नहीं चाहते हैं, बल्कि कानूनों को वापस लेना चाहते हैं. हमने यह भी मांग की कि MSP को निश्चित रूप से और कानूनी रूप से लागू किया जाए, इसके लिए कानून बनाया जाना चाहिए.
We listed all drawbacks before govt, they had to admit that there are drawbacks & they'll make amendments. We said we don't want amendments but withdrawal of laws. We also demanded that MSP be implemented for certain & law should be made for it: Baldev Singh Sirsa, farmer leader pic.twitter.com/CC2GIqb5fi
— ANI (@ANI) December 3, 2020
सरकार पर दिखा प्रदर्शन का दबाव’
आजाद किसान संघर्ष कमेटी के नेता हरजिंदर सिंह टांडा ने कहा कि आज की बैठक में कुछ प्रगति हुई. बैठक के शुरुआती समय में लगा था कि आज की बैठक का भी कोई नतीजा नहीं दिखेगा, लेकिन दूसरे दौर में सरकार पर किसानों के प्रदर्शन का दबाव दिखा. सरकार मानती है कि MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) रहेगी. बात आगे बढ़ी है. हम लोगों ने कहा कि तीनों कानून वापिस लो. उसके बाद MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर गारंटी दी जाए.