नई दिल्ली। किसानों के द्वारा कृषि कानून के विरोध में 26 से 28 नवंबर तक ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन है। इन सबके बीच एक बड़ी खबर पंजाब के अंबाला-पटियाला बार्डर से आ रही है। जहां दिल्ली कूच कर रहे किसानों ने अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर उग्र होकर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तहस नहस कर दिया। इसके बाद पुलिस ने किसानों पर पानी की बौछार की, साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे हैं।
Police use water cannon to disperse farmers who have gathered at Shambhu border, near Ambala (Haryana), to proceed to Delhi to stage a demonstration against the farm laws passed by the Centre pic.twitter.com/IaPPS9b3o4
— ANI (@ANI) November 26, 2020
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि ‘मैं अपने किसान भाइयों से अपील करना चाहता हूं कि वे आंदोलन न करें। नए कृषि कानूनों को समय की आवश्यकता थी। आने वाले समय में यह क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है। हमने पंजाब में सचिव स्तर पर अपने किसान भाइयों की गलत धारणाओं को दूर करने के लिए बात की है। हम 3 दिसंबर को बात करेंगे”।
I want to appeal to our farmer brothers to not agitate. We're ready to talk about issues and resolve differences. I'm sure that our dialogue will have a positive result: Narendra Singh Tomar, Union Agriculture Minister https://t.co/PNXV8efRTd
— ANI (@ANI) November 26, 2020
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर जबरदस्त जाम
किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर दिल्ली में काफी जाम हो गई है। वहीं अब दिल्ली पुलिस अब बॉर्डर पर वाहनों की चेकिंग कर रही है, ताकि किसान दिल्ली में ना जा सकें। फिलहाल लंबे जाम की बजह से लोगों को पैदल ही सफर करना पड़ रहा है। वहीं सिंधु बॉर्डर पर लंबा जाम होने के बाद अब पुलिस ने अब एक लेन पर बैरिकेड हटाया है।
Delhi: Traffic heavy at Kalindi Kunj near Delhi-Noida border due to checking of vehicles, in view of farmers' 'Delhi Chalo' protest march pic.twitter.com/AoiiFddjlT
— ANI (@ANI) November 26, 2020
अरविंद केजरीवाल ने किसानों का किया समर्थन
वहीं किसानों के प्रदर्शन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। वहीं किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर काफी संख्या में पुलिस मुस्तैद है, साथ ही यहां पर ड्रोन कैमरे से भी प्रदर्शन पर नजर रखी जा रही है। इसके अलाव दिल्ली से जम्मू जाने वाले हाइवे को करनाल के पास बंद किया गया है, जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है।
केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 26, 2020
बता दें कि पंजाब और हरियाणा से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर निकले है। किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा लाया गया नए किसान बिल के विरोध में ये आंदोलन किया है। वहीं किसानों का प्रदर्शन अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर उग्र हो गया है, यहां किसानों ने बैरिकेडिंग को उखाड़ फेंका है।
जिसके बाद किसानों पर पानी की बौछार की जा रही है, आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं, किसानों के प्रदर्शन के कारण मेट्रो को भी बंद रखा गया है। सूत्रों मिल रही जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर कृषि कानून को न तो वापस लिया जाएगा और न ही उसमें कोई फेरबदल किया जाएगा।
पंजाब के करीब 30 किसान संगठनों ने आज दिल्ली में महाधरने की बात कही है। हरियाणा, पंजाब बॉर्डर से बुधवार को ही किसानों ने दिल्ली कूच किया था। किसानों का कहना है कि वो केंद्र द्वारा लाए गए कानूनों के खिलाफ हैं, हम एक महीने के राशन के साथ आए हैं, किसानों ने अपने प्रदर्शन में नारा दिया है, ‘घेरा डालो, डेरा डालो’। दिल्ली के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी किसानों को समर्थन मिल रहा है, गुरुवार को बंगाल में करीब 21 किसान संगठन प्रदर्शन करेंगे और किसानों की मांगों का समर्थन करेंगे।