नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों प्रदर्शन आज 19वां दिन भी जारी है। किसान सोमवार को एकदिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे है। जिसका कई राजनीतिक पार्टियां समर्थन कर रही है। इसी कड़ी में आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि किसानों की आड़ में कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार जब किसी भी सेक्टर में किसी के भी खिलाफ नहीं है, तो यह सरकार किसानों के खिलाफ कैसे हो सकती है?
किसानों के साथ जल्द होगी बातचीत
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी बंद रखा है। वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसान नेताओं के साथ बातचीत की अगली तारीख तय करने में संलग्न है और मुलाकात जल्द होगी।
We have said that we are ready for the talks. Govt will definitely do it if their (farmer unions') proposal comes…We want the discussions to be held clause by clause. They'll give their opinion on our proposal, we'll definitely hold further talks: Agriculture Minister NS Tomar pic.twitter.com/MJugQyzwi3
— ANI (@ANI) December 14, 2020
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के सदस्य तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, बिहार से आए थे। उन्होंने फार्म बिल का समर्थन किया। आगे उन्होंने कहा कि हम किसानों के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं। यदि किसान यूनियनों का प्रस्ताव आता है, तो सरकार निश्चित रूप से यह करेगी। हम चाहते हैं कि चर्चा को खंड द्वारा आयोजित किया जाए। वे हमारे प्रस्ताव पर अपनी राय देंगे, हम निश्चित रूप से आगे की वार्ता करेंगे।
किसान नेता भानु प्रताप सिंह की मांग, CBI जांच
चिल्ला बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने कहा, भारत के सभी किसान नेताओं की CBI जांच होनी चाहिए। चाहे वो पंजाब के हों या हरियाणा के, चाहे वो राकेश टिकैत हो या मैं। इनके सारे प्रतिष्ठानों पर ताले पड़ जाने चाहिए कल से। तभी सरकारें किसानों की मांगें पूरी कर पाएंगी। उन्होंने कहा, MSP जिसके लिए लड़ाई चल रही है वो तो हम बनाएंगे, किसान आयोग बनाएगा. सरकार जो MSP बनाती रही है 72 सालों से उससे तो हम बर्बाद हो गए. उससे हमें लाभांश और लागत मूल्य नहीं मिल रहा है।
दुष्यंत चौटाला ने की अमित शाह से मुलाकत
Agriculture Minister & Home Minister are continuously discussing the issue. Next round of discussions to be held soon. I hope 40 unions who came for talks earlier, will also join the next round of talks as well & come to a conclusion: Haryana Dy CM Dushyant Chautala. #FarmLaws pic.twitter.com/Uypncjvpdv
— ANI (@ANI) December 14, 2020
हरियाणा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अमित शाह से मुलाकत के बाद कहा कि जो छोटे मामलों पर बातें अटकी है उसपर केंद्र भी झुकने को तैयार है मगर किसान संगठन के लोग किसानी का फायदा देखते हुए, अपनी ओर से जरूर एक कदम वापस लें। जो गतिरोध बन गया है उससे किसानी का नुकसान न करें किसानी का फायदा करें।
कृषि कानूनों पर विपक्षी कर रही राजनीति
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की नाराजगी दिन-ब दिन बढ़ती जा रही है, किसान जहां अपनी मांगो को लेकर अड़े हुए है तो वहीं सरकार लगातार किसानों को समझाने में लगी है, लेकिन किसान सरकार की बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है। किसानों का कहना है कि सरकार तीनों नए कानूनों को रद्द करें, नहीं तो किसानों द्वारा और तेज आंदोलन देखने को मिलेगा। ऐसे में कृषि कानूनों पर सत्तापक्ष और विपक्षी पार्टियों के द्वारा राजनीति शुरू हो गई है।