नई दिल्ली: किसान अपनी मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसानों की सरकार से अभी तक दो बार बातचीत हो चुकी है. लेकिन दोनों बैठक बेनतीजा रही. किसान नेता हरिंदर सिंह ने कहा कि 3 दिसंबर को जो सरकार के साथ बैठक हुई, हमने सरकार से मांग की है कि कानून वापस लें. सरकार कुछ हद तक मान गई है. लेकिन हमारी मांग इस कानून को पूरी तरह से वापस लेने की है. आज मोदी सरकार का पुतला दहन करेंगे. 7 दिसंबर को अवार्ड वापसी होगी. 8 दिसंबर को टोल प्लाजा फ्री करवाएंगे. सारे नाके बंद कर देंगे. देश भर से किसान नेता दिल्ली आ रहे हैं, बहुत आ भी चुके हैं.
We need to take this protest forward. Government has to take back the farm laws: Hannan Mollah, General Secretary, All India Kisan Sabha, at Singhu border (Delhi-Haryana border) https://t.co/g2UawVpjFW pic.twitter.com/sBRIzpCHJb
— ANI (@ANI) December 4, 2020
Yesterday, we told the Government that the farm laws should be withdrawn. On 5 Dec, effigies of PM Modi will be burnt across the country. We have given a call for Bharat Bandh on December 8: Bharatiya Kisan Union (BKU-Lakhowal) General Secretary, HS Lakhowal at Singhu Border pic.twitter.com/dA1Xykds2K
— ANI (@ANI) December 4, 2020
राजस्थान के किसान नेता रंजीत सिंह राजू ने कहा कि कल सिर्फ ये बात होगी कि आप ये कानून वापस ले रहे हो या नहीं. गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि चरण सिंह 25 काफिले के साथ दिल्ली आ रहे हैं. अगर 3-4 दिन में कानून वापस नहीं लिया तो स्थिति खराब होगी. दुष्यंत दवे और एचएस फुल्का ने भी इसका समर्थन दिया है. तीनों कानून के साथ और 23 फसलें एमएसपी पर बिके इस पर सरकार माने बस. 10 ट्रेड यूनियन फेडरेशन ने आकर हमारा संघ देना का ऐलान किया है. 7 तारीख को कर्नाटक विधान सभा प्रदर्शन. महाराष्ट्र में कल से प्रदर्शन होगा.