नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की नाराजगी दिन-ब दिन बढ़ती जा रही है, किसान जहां अपनी मांगो के लेकर अड़े हुए है तो वहीं सरकार लगातार किसानों को समझाने में लगी है, लेकिन किसान सरकार की बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है। किसानों का कहना है कि सरकार तीनों नए कानूनों को रद्द करें, नहीं तो किसानों द्वारा और तेज आंदोलन देखने को मिलेगा। ऐसे में कृषि कानूनों पर सत्तापक्ष और विपक्षी पार्टियों के द्वारा राजनीति शुरू हो गई है।
कृषि कानूनों को लेकर जहां केंद्र सरकार देश भर में जनसमर्थन जुटाने के लिए किसान सम्मेलन और किसान चौपाल शुरू कर रही है। तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष पार्टियों ने किसानों के समर्थन में गांव-गांव पंचायत और जिला मुख्यालय पर धरना देने की कवायद शुरू कर दी है। अब कुल मिलाकर यहीं कहा जा सकता है कि किसानों के मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष की सियासत तेज होती नजर आ रही है।
किसानों की भूख हड़ताल जारी
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अपनी मांग को लेक आज देशभर के किसान भूख हड़ताल पर हैं। वहीं किसानों को मनाने के लिए बैठको का दौर भी जारी है। इसी कड़ी में आज कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे है। तो वहीं दूसरी ओर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलने पहुंचे। इसके अलावा दिल्ली सरकार भी किसानों की भूख हड़ताल में समर्थन कर धरना कर रही है।
Haryana Deputy CM Dushyant Chautala met Union Road Transport Minister Nitin Gadkari at the latter's residence in Delhi & discussed various ongoing and proposed road projects in Haryana. https://t.co/bAuzryggyW pic.twitter.com/80iXaD7SII
— ANI (@ANI) December 14, 2020
किसानों की बात सुनने को तैयार सरकार
बता दें कि किसानों के द्वारा दिल्ली के बॉर्डर पर लगातार 19वें दिन भी प्रदर्शन जारी है। वहीं किसानों को मनाने को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार किसानों की बात सुनने के लिए तैयार है, किसानों से बातचीत कर सभी गलतफहमियां दूर करेंगे। ये बाते राजनाथ सिंह ने फिक्की की 93वीं सालाना मीटिंग को संबोधित करने के दौरान कही है। राजनाथ सिंह ने कहा कि कृषि एक ऐसा सेक्टर रहा है, जो महामारी के दुष्परिणामों से बचने में सक्षम रहा है और वास्तव में यह सबसे अच्छा है, हमारी उपज और खरीद भरपूर है।
इन विपक्षी पार्टियों ने जाहिर किया समर्थन
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस, शिवसेना, सपा,टीआरएस, द्रमुक, राकांपा और आप ने किसान प्रति अपना समर्थन जताया। इसके आलावे तृणमूल कांग्रेस, राजद और वाम दलों ने भी किसानों का समर्थन का ऐलान किया।