नई दिल्ली। बड़ी खबर ओडिशा से आ रही है जहां भारतीय जनता पार्टी के नेता की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कारवाई करते हुए राज्य के कानून मंत्री प्रताप जेना समेत 13 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। महांगा थाना प्रभारी रंजन कुमार परीदा ने बताया कि कुलमणि के बेटे रमाकांत बराल ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है जिसके बाद एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। शिकायत में 13 लोगों को नामजद किया गया है।
रमाकांत ने कहा, ‘‘मैंने राजनीतिक रंजिश की वजह से मेरे पिता की हत्या करने के मामले में 13 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। यह घटना इलाके में पीएमएवाई योजना में व्यापक भ्रष्टाचार का खुलासा किये जाने का नतीजा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि ओडिशा के कानून मंत्री प्रताप जेना के इशारे पर हमले को अंजाम दिया गया।
बीजेपी का ओडिशा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
बता दें कि बीजेपी नेता कुलमणि बराल और उनके सहयोगी दिव्य सिंह बराल की शनिवार 2 जनवरी को ओडिशा के कटक में हत्या कर दी गयी थी। जिसके बाद भाजपा ने सोमवार को कटक जिले के सभी ब्लॉकों में पार्टी नेता कुलमणि बराल और उनके सहयोगी दिब्यसिंह की हत्या में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार शाम सालेपुर इलाके में प्रदर्शन किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने डबल मर्डर में उनकी संलिप्तता का आरोप लगाते हुए महांगा विधायक और कानून मंत्री प्रताप जेना का पुतला जलाया और उनके इस्तीफे की मांग की। जेना मृतकों के बेटे द्वारा दायर की गई प्राथमिकी में नामित 13 व्यक्तियों में से एक है। पार्टी सदस्यों ने धमकी दी कि अगर अपराध में शामिल लोगों को जल्द ही संज्ञान में नहीं लिया गया तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे।
भगवा पार्टी के नेता श्रीतम दास ने कहा “पहले ओडिशा सरकार कोलकाता से आलू आयात करती थी। अब, राज्य सरकार पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से गुंडई की रणनीति सीख रही है। हम कुलमणि की नृशंस हत्या की निंदा करते हैं। जैसे अरुण साहू अंग तस्करी रैकेट में शामिल था, प्रताप जेना अपने क्षेत्र में अराजकता और अपराध को प्रोत्साहित कर रहा है। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, ”