नई दिल्ली। मुंबई के रेस्त्रां और बार से 100 करोड़ रुपए हर महीने के वसूली के आरोपों में फंसे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। वसूली मामले में जांच कर रही सीबीआई ने अभिषेक तिवारी नाम के एक सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया। इसके बाद जांच में पता चला है कि तिवारी ने आईफोन-12 प्रो के बदले पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की जांच रिपोर्ट लीक की थी। ऐसे में अब सीबीआई और ईडी से भागते फिर रहे देशमुख के वकील की गिरफ्तारी के बाद से उनके खिलाफ मामला और भी बिगड़ गया है।
दरअसल, बांबे हाईकोर्ट के निर्देश पर वसूली कांड की जांच कर रही सीबीआई के एक सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी ने प्राथमिक जांच लीक कर दी और यह रिपोर्ट सोशल मीडिया के ऊपर वायरल भी हो गई। इसके बाद सीबीआई ने इस मामले की जांच की और फिर सब इंस्पेक्टर अभिषेक के साथ-साथ अनिल देशमुख के वकील को हिरासत में ले लिया। इन लोगों से पूछताछ के बाद पता चला की अनिल देशमुख की लीगल टीम से जुड़े वकील आनंद डागा से उन्हें घूस दिए थे। इसके अलावा सीबीआई अधिकारी अभिषेक तिवारी को समय समय पर कुछ और मूल्यवान गिफ्ट भी दिए गए थे।
Punjab Congress crisis: सिद्धू या कैप्टन में से किसकी होगी विदाई ?
इंटर्नल जांच में हुआ बड़ा खुलासा
कुछ दिनों पहले सीबीआई की प्राथमिक जांच की रिपोर्ट सोशल मीडिया में वायरल हो गई जिसमें लिखा था कि सीबीआई को जांच के दौरान ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो कि अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी सचिन वाजे को मुंबई के ऑर्केस्टा बार और रेस्टोरेंट से वसूली करने को कहा था। इसके अलावा रिपोर्ट में लिखा था कि सचिन वाजे की पुलिस विभाग में वापसी में भी अनिल देशमुख का कोई हाथ नहीं था। कुल मिलाकर इस प्राथमिक रिपोर्ट की कॉपी में देशमुख को क्लीन चिट दी गई थी। इसके बाद लोगों ने सवाल पूछना शुरू कर दिया कि अगर रिपोर्ट में कुछ नहीं मिला था फिर एफआईआर क्यों दर्ज की गई।
रिपोर्ट की कॉपी लीक होने के बाद सीबीआई ने इंटर्नल जांच शुरू की और पाया कि जब अभिषेक तिवारी को जांच के सिलसिले में पुणे भेजा गया था। तो उन्होंने देशमुख के वकील आनंद डागा से मुलाकात की थी। उसी दौरान तभी डागा ने अभिषेक को आइफोन 12 प्रो घूस के तौर पर दिया था। इसके बदले अभिषेक ने देशमुख की जांच से जुड़ी जानकारी साझा की थी। यही नहीं अभिषेक तिवारी के व्हाट्सएप्प रिकार्ड से ये भी पता चला है कि उन्होंने कई संवेदनशील दस्तावेज भी आनंद डागा के साथ शेयर किए हैं। अब इस तरह के सबूत मिलने के बाद अनिल देशमुख की परेशानी बढ़ने वाली है। उनके वकील और सीबीआई के सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी से मिले सबूतों के आधार पर उनके खिलाफ और भी कड़ा मामला दर्ज किया जाएगा।
BIHAR: चड्डी-बनियान में घूमने वाले JDU विधायक ने दी सफाई, बोले-मेरा पेट खराब…
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का आरोप लगाया था। इसके बाद यह मामला बांबे हाई कोर्ट में गया और फिर कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने प्राथमिक जांच शुरू की थी। जांच में उन्हें कुछ ऐसे तथ्य मिले थे, जिसके आधार पर अनिल देशमुख के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया था।