नई दिल्ली। भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने बुरी तरह हाहाकार से उबर भी नहीं पाया हैं कि, अब इसकी तीसरी लहर आने की चर्चा भी शुरू हो चुकी है। इस घातक कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन (Vaccination) ही एकमात्र विकल्प है। गर्भवती महिलाओं को ये वैक्सीन लगवानी चाहिए या नहीं, इसको लेकर लोगों के मन में काफी संशय की स्थिति है। प्रेगनेंट महिलाओं के मन में डर है कि ये वैक्सीन उनके होने वाले बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं।
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इस मामले में हेल्थकेयर विशेषज्ञों का कहना है कि हर गर्भवती महिला को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवानी चाहिए। वे अब तक 20 ऐसी महिलाओं की डिलीवरी करवा चुकी हैं, जो खुद कोविड (Covid) पॉजिटिव थीं, लेकिन उन्होंने कोविड नेगेटिव बच्चे को जन्म दिया। वे महिलाएं ठीक तरीके से मास्क पहनकर और अच्छी तरह से हाथों को सैनिटाइज करके अपने बच्चे को फीड करवा रही हैं। एक महिला अपने बच्चे के जन्म के बाद कभी भी COVID-19 के खिलाफ टीका लगवा सकती है। सरकार ने हाल ही में स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए टीकाकरण की अनुमति दी है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) ने जोर देकर कहा है कि टीकाकरण के बाद स्तनपान कराने में कोई समस्या नहीं है और इसे “एक घंटे के लिए भी” नहीं रोका जाना चाहिए। स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी वैक्सीन लगवाने के बाद भी बच्चे को फीड करवा सकती हैं। इस तरह वे एंटीबॉडीज भी ट्रांसफर कर सकती हैं। हालांकि इस मामले में रिसर्च के आधार पर अभी और साक्ष्य आना बाकी है, लेकिन एक बात पूरी तरह से स्पष्ट है कि वैक्सीनेशन के बाद आपकी जिंदगी बच सकती है।
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भारत में बेशक गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है, लेकिन विदेशों में तमाम प्रेगनेंट हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन दी जा चुकी है।उनमें बहुत कम साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं। फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया भी अपने एक बयान के जरिए कोरोना वैक्सीन प्रेगनेंट और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी देने की बात कह चुका है, हालांकि इस मामले में अभी भी क्लीनिकल ट्रायल जारी हैं।
इसके अलावा यूएसए सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (USA Center for Disease Control and Prevention) की स्टडी के मुताबिक मॉडर्न और फाइजर बायोएनटेक वैक्सीन गर्भावस्था के दौरान उपयोग के लिए सुरक्षित हैं। इतना ही नहीं ये वैक्सीन इस संक्रामक बीमारी से बच्चे को भी बचाने में सक्षम है। US CDC ने गर्भवती मांओं को Covid-19 वैक्सीन लगवाने की सिफारिश की है। इसके बाद वहां गर्भवती महिलाएं वैक्सीनेशन करवा रही हैं।
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इसके अलावा, टीकाकरण के मद्देनजर स्तनपान कराने वाली महिलाओं द्वारा कोई विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता नहीं है और वही सावधानियां जो आम आबादी पर लागू होती हैं, उन पर भी लागू होती हैं। मासिक धर्म चक्र के किसी भी चरण के दौरान टीकाकरण भी किया जा सकता है। अगर कोई कोविड संक्रमण से ठीक हो गया है, तो ठीक होने की तारीख से 3 महीने के लिए टीकाकरण टाल दें।
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कोलिशन फॉर फ़ूड एंड न्यूट्रीशन सिक्योरिटी (CFNS), नई दिल्ली के कार्यकारी निदेशक डॉ. सुजीत रंजन ने कहा कि WHO के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं का टीकाकरण किया जा सकता है, लेकिन भारत में, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का मामला चर्चा में है और आगे टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) द्वारा विचार-विमर्श।