नई दिल्ली। सेहत हमेशा अच्छी बनी रहे ऐसा बहुत ही कम होता है। भाग- दौड़ भरी जिंदगी में बीमारियों का शिकार होना तो आम बात है। ऐसे में सभी के साथ अलग अलग बिमारियां हो जाती है। तो ऐसे में जब बात हार्टअटैक (Heart Attack) की आती है। तो हर कोई नाम सुनते ही घबरा जाते है। इस वक्त तो बूढ़े-बुजुर्गों के अलावा आजकल युवा लोगों को भी दिल का दौरा पड़ रहा है, जो काफी चिंता का विषय है।
Health Tips: जानिए सोने से कैसे कम होता है मोटापा
कहीं आप भी तो नहीं जूझ रहे है ‘सांस की दिक्कत’ से, अगर हां तो करें ये उपाय
अगर कोई व्यक्ति दिल की बीमारी से जूझ रहा है, तो उसे अपने खानपान का और अपनी दवाओं का सही समय पर सेवन करना चाहिए। इसके अलावा अगर आपके आसपास मौजूद किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक (Heart Attack) के लक्षण महसूस होते हैं, तो कुछ जरूरी निर्दशों का पालन करके मरीज की जान बचाई जा सकती है। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में। सबसे पहले तो हम आपको बता दे कि अगर आपके सीने में तेज दर्द हो रहा है, कई बार सीने का दर्द बाएं कंधे और जबड़े के बीच चलता हुआ महसूस होता है या फिर पीठ के बीचों-बीच रीढ़ की हड्डी पर भी तेज दर्द महसूस हो रहा है। तो ऐसे में आपको समझ जाना चाहिए कि आपको हार्ट अटैक आ रहा है, क्योंकि ये इसी के लक्षण होते हैं।
. ऐसी स्थिति में सबसे पहले एंबुलेंस को 102 नंबर (नेशनल इमरजेंसी नंबर) पर कॉल करना चाहिए। आप राज्य की एंबुलेंस सेवा के नंबर का पता करके उस पर भी कॉल करके मदद मांग सकते हैं।
. इसके साथ ही अगर आपको कुछ समझ नहीं आ रहा है तो आप जहां कहीं भी हैं, वहीं बैठ जाएं, चाहे वो जमीन क्यों न हो। आपके पास में अगर कुर्सी है या कोई बैठने की जगह है तो वहां बैठ जाए।
. इसके अलावा आप ध्यान रखें कि अगर आपने टाइट यानी कसे हुए कपड़े पहने हैं, तो इन्हें तुरंत ढीला करें। गले में टाई है तो उसे हटा लें, कमीज के बटन खोल लें टोपी पहनी है तो उसे हटा लें।
. इसके बाद जितनी जोर-जोर से आप सांस ले सकते हैं, उतनी तेजी से सांस लें और सांस लेते समय ही गिनती गिनें। ऐसा करने से ये होगा कि आप जितनी तेजी से और जल्दी-जल्दी सांस लेंगे, उतनी जल्दी आपके फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलेगी।
. आपके पास में जो कोई भी हो उससे तुरंत 300 एमजी की एस्प्रिन दवा मगाएं, और इसे चबा लें। अगर आपको पहले दिल का दौरा पड़ चुका है या फिर आप हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित है। ऐसी स्थिति में आप दो-चार टेबलेट को अपने साथ भी रख सकते हैं।
तो अगर आप इन सब चीजों को फॉलो कर लेते है अगर तो ऐसे में एंबुलेंस के आने और उसके बाद अस्पताल पहुंचने तक आपको पर्याप्त समय मिल जाएगा। ये सब करने से व्यक्ति की जान बच सकती है। और ये सब चीजें आप करने में सश्रम है। खैर हमेशा ही ऐसा देखने सुनने में आता है कि इसकी इस वजह से जान चली गई या फिर इसकी तबीयत ऐसे खराब हो गई है। पर अगर व्यक्ति थोड़ी सी सावधानी पहले ही रखें तो सेहत का ख्याल अच्छे से रखा जा सकता है।