नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) रक्षा वेबिनार (Defence Webinar) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा हम रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। भारत को हम रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक रोडमैप तैयार कर रहे हैं और इस दिशा में जल्द ही कुछ जरूरी कदम उठाएं जाएंगे।
Speaking at the Webinar for effective implementation of Union Budget provisions in the Defence Sector. https://t.co/2gstvbmPh5
— Narendra Modi (@narendramodi) February 22, 2021
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा भारत के पास हथियार और मिलिट्री इक्विपमेंट बनाने का सदियों पुराना अनुभव है। आज़ादी के पहले हमारे यहां सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्री होती थीं। दोनों विश्वयुद्ध में भारत से बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर भेजे गए थे। लेकिन आज़ादी के बाद अनेक वजहों से इस व्यवस्था को उतना मजबूत नहीं किया गया, जितना किया जाना चाहिए था। हालत ये है कि छोटे हथियारों के लिए भी हमें दूसरे देशों की तरफ देखना पड़ता है। आज भारत रक्षा क्षेत्र में विश्व के सबसे बड़ा आयातक में से है।
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Webinar के दौरान पीएम मोदी कहीं मुख्य बातें
- देश में आज जो डिफेंस कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, वो भी स्थानीय उद्यमियों, लोकल मैन्यूफैक्चरिंग को मदद करेंगे। यानि आज हमारे डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता को हमें ‘जवान भी और नौजवान भी’, इन दोनों मोर्चों के सशक्तिकरण के रूप में देखना होगा: PM मोदी
- रक्षा के capital budget में भी domestic procurement के लिए एक हिस्सा reserve कर दिया गया है। मैं प्राइवेट सेक्टर से आग्रह करूँगा कि manufacturing के साथ-साथ design और development में भी आप आगे आयें, भारत का विश्व भर में परचम लहराएँ: PM मोदी
- भारत ने डिफेंस से जुड़े ऐसे 100 महत्वपूर्ण डिफेंस आइटम्स की लिस्ट बनाई है, जिन्हें हम अपनी स्थानीय इंडस्ट्री की मदद से ही मैन्यूफैक्चर कर सकते हैं। इसके लिए टाइमलाइन इसलिए रखी गई है ताकि हमारी इंडस्ट्री इन ज़रूरतों को पूरा करने का सामर्थ्य हासिल करने के लिए प्लान कर सकें: PM मोदी
- लेकिन आज़ादी के बाद अनेक वजहों से इस व्यवस्था को उतना मजबूत नहीं किया गया, जितना किया जाना चाहिए था। हालत ये है कि छोटे हथियारों के लिए भी हमें दूसरे देशों की तरफ देखना पड़ता है। आज भारत रक्षा क्षेत्र में विश्व के सबसे बड़ा आयातक में से है: प्रधानमंत्री
- भारत के पास हथियार और मिलिट्री इक्विपमेंट बनाने का सदियों पुराना अनुभव है। आज़ादी के पहले हमारे यहां सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्री होती थीं। दोनों विश्वयुद्ध में भारत से बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर भेजे गए थे: PM मोदी
- ये वो पॉजिटिव लिस्ट है जो अपनी रक्षा ज़रूरतों के लिए हमारी विदेशों पर निर्भरता को कम करने वाली है। ये वो पॉजिटिव लिस्ट है, जिसकी वजह से भारत में बने प्रॉडक्ट्स की, भारत में बिकने की गारंटी है: PM मोदी
- 2014 से ही हमारा प्रयास है कि पारदर्शिता, पूर्वानुभव हो और व्यापार करने में आसानी के साथ हम इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। डी-लाइसेंसिंग, डी-विनियमन, निर्यात संवर्धन, विदेशी निवेश उदारीकरण, आदि के साथ हमने इस क्षेत्र में एक के बाद एक कदम उठाया: पीएम मोदी
- मारी सरकार ने अपने इंजीनियरों-वैज्ञानिकों और तेजस की क्षमताओं पर भरोसा किया और आज तेजस शान से आसमान में उड़ान भर रहा है। कुछ सप्ताह पहले ही तेजस के लिए 48 हजार करोड़ रुपए का ऑर्डर दिया गया है: PM मोदी
- आजादी के पहले हमारे यहां सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां होती थीं। दोनों विश्व युद्धों में भारत से बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर भेजे गए थे। लेकिन आजादी के बाद अनेक वजहों से इस व्यवस्था को उतना मजबूत नहीं किया गया, जितना किया जाना चाहिए था: PM मोदी