नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद यहां का सियासी पारा काफी ऊपर चढ़ गया है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा और सत्ताधारी पार्टी टीएमसी वादों का ‘पिटारा खोले जा रहे है। इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल के पुरुलिया जिले में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उ्नहोंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार को 10 साल के कुशासन और तुष्टीकरण की राजनीति के लिए अब सजा मिलेगी।
Euphoric atmosphere in Purulia. Watch. https://t.co/xYyZSF4PJK
— Narendra Modi (@narendramodi) March 18, 2021
बंगाल: Mamata Banerjee ने खोला वादों का ‘पिटारा, जारी किया TMC का घोषणापत्र
सीएम ममता पर जमकर बरसे मोदी
मोदी ने पुरुलिया में कहा-बंगाल के लोग बहुत पहले से कह रहे हैं- लोकसभा में TMC हाफ और इस बार पूरी साफ। लोगों का इरादा देख, दीदी अपनी खीज मुझ पर निकाल रही हैं। लेकिन हमारे लिए तो देश की करोड़ों बेटियों की तरह दीदी भी भारत की एक बेटी हैं, जिनका सम्मान हमारे संस्कारों में बसा है।
मोदी ने टीएमसी सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य सरकार के काम न करने के कारण पुरुलिया गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार ने पुरुलिया को केवल जल संकट, जबरन पलायन और भेदभाव भरा प्रशासन दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकारों ने पुरुलिया के औद्योगिक विकास को नजरअंदाज किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा टीएमसी ने बंगाल में माओवादियों की एक नयी नस्ल तैयार की जिसने जनता का पैसा लूटा। उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल को याद है कि किसने सेना पर तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया था और पुलवामा हमले के दौरान आपने किसका पक्ष लिया था। मोदी ने बंगाल में घुसपैठ के मुद्दे पर कहा कि इसके लिए टीएमसी सरकार की तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति जिम्मेदार है।
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संबोधन के दौरान पीएम मोदी की कहीं मुख्य बातें
- भाजपा की केंद्र सरकार की नीति है- DBT- यानि ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’। पश्चिम बंगाल में दीदी सरकार की दुर्नीति है- TMC- यानि ‘ट्रांसफर माय कमीशन’। यहां आयुष्मान योजना लागू नहीं हुई क्योंकि ‘ट्रांसफर माय कमीशन’ नहीं हो पाया: प्रधानमंत्री
- ष्टिकरण के लिए आपकी (ममता बनर्जी) हर कार्रवाई बंगाल के लोगों को याद है। बंगाल की जनता को याद है जब आपने देश की सेना पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया, जब पुलवामा हमला हुआ तब आप किसके साथ खड़ी थीं ये भी बंगाल के लोग भूले नहीं हैं: प्रधानमंत्री
- बंगाल के लोग बहुत पहले से कह रहे हैं- लोकसभा में TMC हाफ और इस बार पूरी साफ। लोगों का इरादा देख, दीदी अपनी खीज मुझ पर निकाल रही हैं। लेकिन हमारे लिए तो देश की करोड़ों बेटियों की तरह दीदी भी भारत की एक बेटी हैं, जिनका सम्मान हमारे संस्कारों में बसा है: पीएम मोदी
- जब दीदी को चोट लगी तो हमें चिंता हुई। मेरी भगवान से प्रार्थना है कि उनके पैरों की चोट जल्द से जल्द ठीक हो: पीएम मोदी
- दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले विकास होबे। दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले शिक्षा होबे। दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले अस्पताल होबे: प्रधानमंत्री
- 10 साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठियां-डंडे चलवाने के बाद, अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली सी दिख रही हैं। ये हृदय परिवर्तन नहीं है, ये हारने का डर है। ये बंगाल की जनता की नाराजगी है, जो दीदी से ये सब करवा रही है: प्रधानमंत्री मोदी
- पश्चिम बंगाल में TMC के दिन अब गिनती के रह गए हैं और ये बात ममता दीदी भी अच्छी तरह समझ रही हैं। इसलिए वो कह रही हैं, खेला होबे। जब जनता की सेवा की प्रतिबद्धता हो, जब बंगाल के विकास के लिए दिन-रात एक करने का संकल्प हो, तो खेला नहीं खेला जाता, दीदी: प्रधानमंत्री
- लित, आदिवासी, पिछड़े इलाकों के हमारे युवा भी रोज़गार के अवसरों से जुड़ सकें, इसके लिए कौशल विकास पर और ज़्यादा फोकस किया जाएगा। यहां के छाऊ कलाकारों, यहां के हस्तशिल्पियों को कमाई और मान सम्मान से जुड़ी दूसरी सुविधाएं मिले, ये सुनिश्चित किया जाएगा:पीएम मोदी
- 2 मई के बाद जब पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी तो उद्योग और रोजगार के लिए अनेक अवसर बनेंगे। यहां ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि लोगों को पलायन के लिए मज़बूर नहीं होना पड़ेगा। यहां कृषि आधारित उद्योगों को बल दिया जाएगा ताकि यहां के युवाओं को यही पर ज्यादा रोजगार मिल सके: पीएम
- ये लोग कैसे काम करते हैं इसका उदाहरण है, पुरुलिया पाइप्ड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट, 8 साल हो गए ये अब तक अधूरा पड़ा है। सारे बांध, सरोवर की स्थिति भी आपके सामने है, यहां के किसानों को इसका जवाब कौन देगा दीदी? :प्रधानमंत्री
- किसानों को अपने हाल पर छोड़कर टीएमसी सरकार सिर्फ अपने खेल में ही लगी रही। इन्होंने पुरुलिया को दिया है जल संकट से भरा जीवन, पलायन, गरीबों को भेद-भाव भरा शासन, इन्होंने पुरुलिया की पहचान देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बनाई है: प्रधानमंत्री
- पुरुलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले-पहले वामपंथियों और फिर टीएमसी की सरकार ने यहां उद्योग-धंधे पनपने नहीं दिए। यहां सिंचाई के लिए जितना काम होना चाहिए था, वो भी नहीं हुआ। कम पानी की वजह से पशुओं को पालने में होने वाली दिक्कत मैं भली-भांति जानता हूं।