नई दिल्ली। पूरी दुनिया में 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। भारत के इतिहास में योग साधना का अपना ही महत्व हैं। योग साधना का सर्वाधिक प्रचार स्वामी विवेकानन्द जी ने किया था। इसके बाद अन्तराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है, जिसकी घोषणा 27 सितम्बर 2014 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्तराष्ट्र अमेरिका में अपने भाषण में की। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र संघ की 193 सदस्यों की बैठक में अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के लिए हामी भर दी और 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस नाम दिया गया।
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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कहां किया जाएगा आयोजन
इस बार भी दुनिया के हर देश में योग दिवस मनाया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते इस साल योग दिवस लोग अपने अपने घरों पर मनाएंगे, क्योकि भारत में इस बार इस दिन का आयोजन कहीं भी नहीं किया जायेगा। इस बार अंतराष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअल ही मनाया जायेगा।
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महत्वपूर्ण योगासन के नाम और उनके फायदे
वज्रासन
दोनों पैरो को मोड़ कर, रीढ़ की हड्डी को सीधा रख कर अपने हाथों को घुटनों पर रखते हैं। वज्रासन करने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हार्ट पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता है। इस आसन को करने से हमारी बैक बोन यानी रीढ़ की हड्डी और कंधे सीधे होते हैं। वज्रासन करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है।
पादहस्तासन
सीधे खड़े होकर आगे की तरफ झुकते हैं और घुटने मोड़े बिना अपने पैरो के अंगूठे छूते हैं. इसके बाद अपने सिर को जन्घो पर टच करने की कोशिश करते हैं। पादहस्तासन से संपूर्ण शरीर में रक्त का प्रवाह तेज होता है। सिर की मांसपेशियों को इसका विशेष लाभ मिलता हैं। शरीर में लचीलापन (फ्लैग्जिबिलिटी) लाने में यह आसान विशेषतौर पर लाभकारी है। थकान दूर करने और एकाग्रता बढ़ाने में लाभकारी हैं।
शीर्षासन
इसमें सिर के बल पर खड़ा हुआ जाता हैं। शीर्षासन करने से सिर में रक्तसंचार बढ़ता है, जिससे कि मस्तिष्क अच्छे से कार्य करने लगता है और सभी इन्द्रिय-अंगों (आंख, कान,नाक आदि) के लिए लाभप्रद है। यह याददाश्त को सुधारने के साथ ही एकाग्रता को बढ़ाता है। महिलाओं में रजोनिवृत्ति से संबधित समस्याओं को भी यह सुधारता है।
ताड़ासन
इसमें सीधे खड़े होकर धीरे- धीरे अपना पूरा वजन पंजे पर डालते हैं और एड़ी को उपर उठाते हैं और इसी स्थिती में कुछ देर खड़े रहते हैं इसे होल्ड करना कहते हैं। इस योग को करने से घुटनों, टखनों और भुजाओं में मजबूती आती है। साथ ही रक्त का संचार सम्पूर्ण शरीर में सही से होने लगता है।
भुजङ्गासन या सर्पासन
इसमें उल्टा लेट कर पेट, जांघ, घुटने एवम पैर के पंजे सभी जमीन पर होते हैं और शरीर के आगे का हिस्सा हाथों के बल पर उपर की तरह उठाया जाता हैं। इसमें हाथ की कोहनी थोड़ी सी मुड़ी हुई होती हैं। सर्पासन मोटापे को कम करता है। भुजङ्गासन करने से शरीर की थकावट भी दूर हो जाती है। इस आसन को करने से शरीर सुंदर तथा कान्तिमय बनता है।
शलभासन
इसमें पेट के बल लेता जाता हैं एवम हाथो और पैरो को सीधे हवा में खोल कर रखा जाता हैं। कमर दर्द के लिए उत्तम योगासन। पेट की पाचन शक्ति मजबूत होगी।
त्रिकोणासन
इसमें सीधे खड़े होकर पैरो के मध्य कुछ जगह की जाती हैं। कमर से नीचे की तरफ झुकते हैं साथ ही बिना घुटने मोड़े सीधे हाथ से उलटे पैर के पंजे को एवम उलटे हाथ से सीधे पैर के पंजे को स्पर्श करते हैं। यह आसन पैरों, घुटनों, एड़ियों, हाथों और वक्ष को मजबूत बनाता हैं।
चतुरङ्गदण्डासन
इसमें उलटा लेट कर अपने हाथ के पंजो एवम पैर की उँगलियों पर शरीर का पूरा बैलेंस बनाया जाता हैं। कोर को मजबूत करता हैं। बाइसेप्स और ट्राइसेप्स के साथ-साथ फोरआर्म मसल्स को भी मजबूत बनाता है।
धनुरासन
इसमें पेट के बल पर लेट कर हाथो से पैरो को पकड़ा जाता हैं। एक धनुष का आकार बनता हैं। इस योगासन के नियमित अभ्यास से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। इनमें एसिडिटी, गैस, खट्टी डकार और सामान्य पेट दर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि जिन लोगों को पेट में अल्सर की शिकायत है, उन्हें यह योगासन नहीं करना चाहिए।
ऐसे ही कई आसन है, जिन्हें आपको सीख कर रोजाना करना चाहिये। आसन दुबले एवम पतले सभी लोगो के लिए हितकारी हैं। विशेष बात आसन करते वक्त व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के हिसाब से ही आसन करना चाहिये, सभी के शरीर का लचीलापन अलग होता हैं और वह उसी के मुताबिक आसन कर पाता हैं।
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योग के फायदे
- शरीर स्वस्थ रहता हैं।
- वजन कम होता हैं।
- मानसिक शांति
- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं
- शरीर लचीला बनता हैं
- उर्जा बढ़ती हैं
FAQ
Q : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब है ?
Ans : 21 जून को
Q : पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया गया था ?
Ans : 2015 में
Q : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत किसने की ?
Ans : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने
Q : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कैसे मनाते हैं ?
Ans : योगा करके अपने शरीर को तंदुरुस्त रखते हैं।
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