नई दिल्ली। बॉलीवुड के मशहूर लेखक जावेद अख्तर हमेशा ही अपने बयानों को लेकर लाइम लाइट में रहते है। कभी मुस्लिम तो कभी हिंदू धर्म पर बोलते ही रहते है। पिछले दिनो अफगानिस्तान पर अपनी प्रतिक्रिया देकर सुर्खियों में आए थे जावेद। लेकिन फिर से हिंदू धर्म को लेकर खबरों में आ गए है क्योंकि जावेद ने इस पर अपना बयान जारी कर दिया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स उनको ट्रोल कर रहे है।
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गौरतलब है क कि जाने-माने लेखक और गीतकार जावेद अख्तर हाल ही में स्वयंसेवक संघ , विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की तालिबान से तुलना करने पर विवादों में आए थे। वहीं अब जावेद अख्तर ने हिंदू को दुनिया का सबसे ‘सभ्य’ और ‘सहिष्णु’ समुदाय बताया है। जावेद अख्तर ने सामना अखबार में लेख लिख कर अपनी बात स्पष्ट की है।
जावेद अख्तर ने इस बात पर हैरानी जताई कि उनके बारे में यह कहा गया है कि वे सिर्फ हिंदू कट्टरवाद पर बोलते हैं और इस्लामिक कट्टरता पर चुप रह जाते हैं। जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि भारत, अफगानिस्तान कभी नहीं बन सकता। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में जावेद अख्तर ने लिखा, ‘एक इंटरव्यू में मैंने कहा था कि हिंदू दुनिया में सबसे सभ्य और सहिष्णु समुदाय है।
मैंने इस बात पर भी बल दिया था कि भारत कभी भी अफगानिस्तान जैसा नहीं बन सकता क्योंकि भारतीय स्वभाव से चरमपंथी नहीं हैं और वो नरम विचारधारा वाले हैं। सामान्य रहना उनके डीएनए में है। जावेद अख्तर ने लिखा, -पिछले करीब 2 दशकों में मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा मेरी जान को खतरा होने की वजह से मुझे पुलिस सुरक्षा दी गई और ऐसा 2 बार हुआ। पहली बार तब जब मैंने ट्रिपल तिलाक का विरोध किया था।
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2010 में एक टीवी डिबेट में मैंने पर्दा के रिवाज के जोरदार बहस की थी। मौलाना इस वजह से मुझसे नाराज भी हुए थे। लखनऊ में मेरे पुतले जलाए गए और धमकियों भरे मेल आने लगे। मुझे फिर पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई। इसलिए यह इल्जाम बेबुनियाद है कि मैं मुस्लिम कट्टरतावाद के खिलाफ नहीं बोलता। हम आपको बता दें कि जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अक्सर ही अपने ट्वीट्स और बयानों की वजह से विवादों में आ जाते हैं।
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