Jungle Raj In West Bengal- बिहार के बाद अब Bengal में गूंजा- जंगल राज, Kolkata हाईकोर्ट ने की टिप्पणी
breaking desk | BTV bharat
कभी बिहार में जंगल राज की आवाज पटना हाईकोर्ट से निकली थी। अब पश्चिम बंगाल में भी यह आवाज गूंजने लगी है। कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस विश्वजीत बसु ने हाल ही में एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि यह जंगलराज ही होगा कि जिसकी जो मर्जी, उसी के मुताबिक काम होने लगे। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि इसके छह दिन बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल के जिले उत्तर 24 परगना में एक कार्यक्रम में कहा कि बंगाल से जंगल राज समाप्त होगा और कमल खिलेगा।
भ्रष्टाचारियों को छोड़ेंगे नहीं, उन्हें जेल में डालेंगे
भ्रष्टाचारियों को छोड़ेंगे नहीं, उन्हें जेल में डालेंगे। दरअसल पश्चिम बंगाल में परत दर परत भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो रहे हैं। खासकर नियुक्तियों के माले में। केंद्रीय एजेंसियां भ्रष्टाचार की परतें उधेड़ रही है। हाईकोर्ट ने भी भ्रष्टाचार के मामले में सख्त रुख अपनाया है। कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस विश्वजीत बोस के सामने एक शिक्षक के तबादले का मामला सुनवाई के लिए आया। जस्टिस ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि शिक्षक अपनी मर्जी के मुताबिक तबादला लेने के लिए दबाव नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि यह जंगलराज ही होगा कि जिसकी जो मर्जी, उसी के मुताबिक काम होने लगे। ऐसा नहीं चलेगा। जिस स्कूल में शिक्षक नहीं हैं, वहीं तबादला होगा। तबादले के बाद हफ्ते भर में शिक्षकों को ज्वाइनिंग देनी होगी। शिक्षक ऐसा नहीं करते तो उनके खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है।
शिक्षक ने अपने ट्रांसफर के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी
मामला यह था कि एक शिक्षक ने अपने ट्रांसफर के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जस्टिस ने मामले की सुनवाई करते हुए राज्य के महाधिवक्ता से कहा कि जिस स्कूल में गणित के शिक्षक नहीं हैं, वहां जाने को कोई शिक्षक तैयार नहीं है। जहां छात्र ही नहीं हैं, वहां शिक्षक आ-जा रहे हैं। ऐसा नहीं चलेगा। जहां जिस शिक्षक की जरूरत होगी, वहां जाना ही होगा। पश्चिम बंगाल में सीबीआई ने शिक्षक नियुक्ति में महा घोटाले को उजागर किया है। इसी मामले में राज्य के शिक्षा मंत्री समेत कई अधिकारी आरोपी हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट ने तो सैकड़ों नियुक्तियां रद्द भी की हैं।