Kheer Bhawani Mandir: कश्मीरी पंडितों की कुल देवी मां खीर भवानी का मंदिर पेश कर रहा हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल
Devotional Desk | BTV bharat
कश्मीर घाटी के गंदरबल जिले स्थित खीर भवानी मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. दरअसल, माता खीर भावनी के मंदिर में मेला लगा है, जो दो दिन तक चलेगा. पिछले साल हुई टारगेट किलिंग के विपरीत इस साल काफी बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित माता खीर भवानी के वार्षिक उत्सव में पहुंचे हैं. इस साल भी आस्था आतंकी हमले के डर पर भारी पड़ रही है. साल 1990 में कश्मीर में बिगड़े हालात के दौर में भी मेले को कभी रोका नहीं गया और कश्मीरी पंडितों के लिए कश्मीर से उनके जुड़ाव का सबसे बड़ा कारण भी रहा.
इस साल माता रंगया देवी का मेला 27-28 मई को मनाया जाना है
इस साल माता रंगया देवी का मेला 27-28 मई को मनाया जाना है. श्रीनगर से 35 किमी दूर गांदरबल जिले के तुलमुल्ला गांव में मौजूद मां भवानी के मंदिर परिसर में मेले के लिए तैयारियां करीब दो महीने पहले शुरू हो गई थीं. मंदिर का संचालन करने वाले धर्मार्थ ट्रस्ट के प्रेसिडेंट ब्रिगेडियर रजिंदर सिंह के अनुसार मेले के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं, ताकि आने वाले समय में कोई दिक्कत न हो. इस बार उम्मीद है कि प्रशासन के जरिये 30 हजार से ज्यादा भक्त यहां पहुंचेंगे. कश्मीरी पंडितों में मां भवानी को कुल देवी माना जाता है और इस मंदिर में मां भवानी के जल स्वरूप की पूजा होती है.
मान्यता है कि यहां पर हनुमान जी माता को जल स्वरूप में अपने कमंडल में लाए थे
मान्यता है कि यहां पर हनुमान जी माता को जल स्वरूप में अपने कमंडल में लाए थे. माना जाता है कि मंदिर के जल का रंग बदलता रहता है. अपने परिवार के साथ खीर भवानी पहुंची मरेलिन कौल के अनुसार मेला उन जैसे कश्मीरी पंडितों को अपनी जड़ों में मिलने और उनके बच्चों को कश्मीर के साथ जोड़े रखने का तरीका है.