नई दिल्ली। हिंदू धर्म अपने तीज-त्यौहारों के लिए हमेशा ही जाना जाता है। अनेकों प्रकार के त्यौहार, दिन, पूर्णिमा और खास तिथि हम सेलिब्रेट करते है। उन्ही में से एक है (Buddha Purnima) बुद्ध पूर्णिमा। ऐसा कहा जाता है कि हिंदू धर्म में बुद्ध पूर्णिमा का बहुत महत्व है। इस दिन को मनाने के पीछे कई सारे किस्से और सच्ची घटनाएं है। जिसको आज हम आपको बताते है।
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दरअसल ऐसा कहा जाता है कि वैशाख पूर्णिमा तिथि को बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था, इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। और अब बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बौद्ध अनुयायियों के साथ-साथ हिंदुओं के लिए भी बहुत खास महत्व रखता है। इसके पीछे एक वजह ये भी है कि हिन्दू धर्म के अनुसार गौतम बुद्ध को भगवान श्री विष्णु का 9वां अवतार माना जाता है।
हम आपको बता दे कि इस साल बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) का त्योहार 26 मई बुधवार को मनाया जाएगा, और इस खास दिन का इंतजार सबको बहुत ही बेसब्री से है। इस दिन इस दिन भगवान बुद्ध, भगवान विष्णु और चंद्र देव की आराधना की जाती है। हिन्दू धर्म में भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। और खास पूजा करके हर कोई अपने अपने अनुसार इस दिन को सेलिब्रेरट करता है।
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वहीं अगर हम बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के दिन के महत्व के बारें में बात करें कि क्यूं मनाया जाता है, और क्या खास है इसके पीछे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा की जाती है। इस दिन लोग पूर्णिमा का व्रत भी रखते हैं। भगवान विष्णु और चंद्र देव के आशीष से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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हम आपको बता दे कि इस दिन (Buddha Purnima) की सबसे खास बात ये है कि ये सिर्फ भारत में ही नहीं मनाई जाती है। भारत के अलावा चीन, नेपाल, सिंगापुर, वियतनाम, थाइलैंड, जापान, कंबोडिया, मलेशिया, श्रीलंका, म्यांमार, इंडोनेशिया आदि विश्व के कई देशों में के दिन बुद्ध जयंती मनाई जाती है।