नई दिल्ली। बिहार (Bihar) की राजनीति में एकाएक भूचाल आ गया है। लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में टूट हो गई है और चाचा-भतीजे में अब वर्चस्व की लड़ाई जारी है। बता दें कि रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने बीते दिन पहले अपने पांच सांसदों के साथ मिलकर पार्टी पर अपना दावा ठोका और चिराग पासवान (Chirag Paswan) को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया। इसके बाद फिर चिराग पासवान ने पलटवार करते हुए जोरदार एक्शन लिया और कार्यकारिणी की बैठक के बाद उन्होंने पांचों सांसदों को पार्टी से निकाल दिया।
Ayodhya land scam पर बवाल जारी, अब डिप्टी सीएम का विरोधियों को कड़ी नसीहत
चिराग की ओम बिरला को चिठ्ठी
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस को लोकसभा में पार्टी के नेता के तौर पर मान्यता दिए जाने का विरोध किया है। चिराग पासवान ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा कि यह लोजपा के विधान के विरुद्ध है। पासवान ने पत्र के माध्यम से बिरला को यह भी सूचित किया कि उनकी अध्यक्षता में पार्टी ने पारस समेत उन पांच सांसदों को लोजपा से निष्कासित कर दिया है जो उनके खिलाफ एकजुट हुए हैं। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और सदन में उन्हें लोजपा के नेता के तौर पर मान्यता देने का नया परिपत्र जारी करें।
Vaccine को लेकर Rahul Gandhi का ट्वीट-देशवासियों से की खास अपील
LJP का संविधान
चिराग पासवान ने स्पीकर से उनके पक्ष में नया सर्कुलर जारी करने की अपील की है, पत्र में चिराग ने लिखा है कि लोजपा के संविधान के अनुच्छेद 26 (Article 26) के तहत केंद्रीय संसदीय बोर्ड को यह अधिकार है कि वह यह फैसला करे कि लोकसभा में पार्टी का नेता कौन होगा। ऐसे में पशुपति कुमार पारस को लोकसभा में लोजपा का नेता घोषित करने का फैसला पार्टी के संविधान के प्रावधान के विपरीत है।
फिर से पर्यटन क्षेत्र में लौटेगी रौनक, गुलजार होंगे चौक-चौराहे
पशुपति पारस के घर के बाहर प्रदर्शन
लोजपा में जारी वर्चस्व की लड़ाई के बीच आज बुधवार को दिल्ली में पशुपति पारस के आवास के बाहर चिराग पासवान के समर्थकों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। अब पार्टी दो गुटों में बंटती हुई दिखाई दे रही है। हालांकि पशुपति पारस ने इस प्रदर्शन को लेकर कहा कि लोकतंत्र में इस तरह के प्रदर्शन होते रहते हैं, ये कोई नई बात नहीं है।
जानिए Jitin Prasada का Congress छोड़ BJP में जाने की असली वजह
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि पिछले दिनों लोजपा के छह सांसदों में से पांच ने चिराग पासवान की जगह पशुपति पारस को अपना नेता चुना था। अब दोनों समूह यह दावा कर रहे हैं कि उनका गुट ही असली लोजपा है। इस पार्टी की स्थापना रामविलास पासवान ने की थी जिनका कुछ महीने पहले निधन हो गया था। वह चिराग पासवान के पिता और पारस के बड़े भाई थे। चिराग पासवान की अगुवाई वाले गुट ने पारस समेत पांच सांसदों को पार्टी से निष्कासित करने का दावा किया है तो पारस के नेतृत्व वाले गुट ने चिराग को अध्यक्ष पद से हटा दिया है।
आपको बता दें कि चिराग पासवान आज दोपहर एक बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन अंतिम समय में इसे रद्द कर दिया गया। अब देखना ये दिलचस्प हो गया है कि चिराग पासवान का इन बागियों के खिलाफ अगला कदम क्या होगा।