नई दिल्ली: मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) में मंत्री बने अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) भले ही घर-घर में जाना-पहचाना नाम न हों, लेकिन वह मोदी सरकार के उभरते हुए सितारे हैं। वैष्णव, जिन्होंने रेल मंत्री के रूप में बिना किसी कार्यकाल के केंद्रीय मंत्रिमंडल में सीधे प्रवेश किया है, एक पूर्व आईएएस अधिकारी हैं, जिनके पास आईआईटी कानपुर और व्हार्टन बिजनेस स्कूल की डिग्री हैं वह 2019 से ओडिशा से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं।
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वैष्णव ने की कई जिलों में कलेक्टरी
साल 1994 बैच के आईएएस अधिकारी वैष्णव को सबसे पहले ओडिशा के बालासोर का डीएम बनाया गया था। बालासोर में एक कलेक्टर के रूप में, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपने जिले में राहत और पुनर्वास कार्यों के आयोजन और निष्पादन में वैष्णव द्वारा प्रदर्शित ईमानदारी, समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की थी। बता दे 1999 में ओडिशा एक सुपर साइक्लोन की चपेट में आया था। जिसमें हजारों लोग मारे गए थे। सुपर साइक्लोन हिट होने से पहले वैष्णव ने उसका रास्ता ट्रैक करने के लिए अमेरिकी नौसेना की वेबसाइट पर लॉग इन किया। वैष्णव ने हर घंटे चक्रवात पर नजर रखी और समय समय पर मुख्य सचिव को एक रिपोर्ट भेजी, जो ओडिशा सरकार के लिए चक्रवात के बारे में जानकारी का एक प्रमुख स्रोत बन गया। जिससे कई लोगों की जान बच गई।
बता दें कि अश्वनी वैष्णव करीब 15 वर्षों तक कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियों को संभाला और विशेष रूप से बुनियादी ढांचे में उनके योगदान के लिए जाने जाते थे। इसके बाद इन्होंने जनरल इलेक्ट्रिक और सीमेंस जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों में नेतृत्व की भूमिका निभाई है।
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वाजपेयी के निजी सचिव थे वैष्णव
वैष्णव ने 2003 तक ओडिशा में काम किया, उनके बाद उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी के कार्यालय में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। पीएमओ में अपने संक्षिप्त कार्यकाल के बाद, जहां उन्होंने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सार्वजनिक-निजी-भागीदारी ढांचे को बनाने में योगदान दिया। उस समय वैष्णव को वाजपेयी के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
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2010 में छोड़ा IAS का रास्ता
अमेरिका से एमबीए पूरा करने के बाद वैष्णव भारत वापस आ गए और 2010 में उन्होंने आईएएस का रास्ता छोड़ दिया और प्रबंध निदेशक के रूप में जीई ट्रांसपोर्टेशन में शामिल हो गए। फिर वे सीमेंस में वाइस प्रेसिडेंट, लोकोमोटिव्स एंड हेड, अर्बन इंफ्रास्ट्रक्च र स्ट्रैटेजी के रूप में शामिल हुए। फिर उसके बाद वह 2019 में ओडिशा से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं।
बता दे देश के सबसे अहम मंत्रालयों में से एक रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी एक पूर्व आएएस अधिकारी को दी गई है। अश्विनी वैष्णव को रेल के अलावा आईटी और संचार मंत्रालय का कार्यभार भी सौंपा गया है।