नई दिल्ली। ओडिशा के नयागढ़ में पांच साल की बच्ची परी के अपहरण और हत्या के मामले में बीजेपी पटनायक सरकार पर लगातार हमलावर रही है। इसी कड़ी में आज बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ओड़िशा सरकार परी हत्या मामले में स्थानीय विधायक एवं मंत्री अरुण साहू को बचाने का प्रयास कर रही है।
ओड़िशा की 5 वर्षीय परी की हत्या और जिस प्रकार ओड़िशा सरकार ने पूरे मामले को दबाने की कोशिश की और स्थानीय विधायक एवं मंत्री अरुण साहू को बचाने का प्रयास कर रही है,उस विषय पर दिल्ली स्थित ओड़िशा भवन के सामने प्रवासी ओड़िशा निवासियों के साथ प्रदर्शन करते हुए।#JusticeForPari pic.twitter.com/TlnSHSbL1K
— Sambit Patra (@sambitswaraj) November 30, 2020
बता दें कि राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा आज 5 वर्षीय परी की हत्या मामले में दिल्ली स्थित ओडिशा भवन के सामने प्रवासी ओडिशा निवासियों के साथ प्रदर्शन कर रहे है। इस दौरान पात्रा ने कहा कि ओड़िशा सरकार जिस तरीके से पूरे मामले को देख रही है, उससे यही लगता है कि राज्य सरकार इस ममाले को दबाने की कोशिश की और स्थानीय विधायक एवं मंत्री अरुण साहू को बचाने का प्रयास कर रही है।
जांच के लिए एसआईटी के गठन की घोषणा की
इससे पहले इस मामले में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी)के गठन की घोषणा की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेते हुए पटनायक ने कहा कि वह इस घटना से बेहद दुखी हैं और उनकी सरकार हमेशा कानून के अनुपालन के लिए खड़ी रहेगी।
पटनायक ने सदन में शोरगुल के बीच कहा कि अगर एसआईटी जांच की जरूरत है तो राज्य सरकार इस संबंध में तुरंत आवश्यक कदम उठाएगी। जैसे ही पटनायक ने बोलना शुरु किया वैसे ही मुख्य आरोपी को बचाने में कथित भूमिका के लिए कृषि मंत्री अरुण कुमार साहू के इस्तीफे की मांग करते हुए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के सदस्य लगातार नारे लगाते रहे। पटनायक ने कहा, मै सभी सदस्यों से सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।
बीजेपी लगातार कर रही है विरोध
भाजपा सदस्यों ने घटना की सीबीआई जांच और कृषि मंत्री के इस्तीफे की मांग की, जबकि कांग्रेस विधायकों ने मंत्री को बर्खास्त करने के अलावा कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की। हालांकि राज्य सरकार ने इससे पहले 14 जुलाई को लड़की के अपहरण और हत्या की अपराध शाखा से जांच कराने की घोषणा की थी, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे दिखावा बताकर खारिज कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि जब तक साहू कैबिनेट में बने रहेंगे तब तक अपराध शाखा की जांच निष्पक्ष नहीं होगी।
भाजपा समर्थकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया और मंत्री का पुतला फूंककर उनके इस्तीफे की मांग की। चार दिन पहले विधानसभा के मुख्य द्वार के सामने लड़की के माता-पिता द्वारा केरोसीन डालकर आत्मदाह का प्रयास करने के बाद बच्ची के अपहरण और हत्या का मामला सुर्खियों में आया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से मंत्री पर इस मामले के मुख्य आरोपी बाबुली नायक को बचाने का आरोप लगाया था।