नई दिल्ली। महान स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash chandra bose) की आज 125 वीं जयंती मनाई जा रही है। इस अवसर पर केंद्र सरकार ने उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। वहीं अब पीएम मोदी इस मौके पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल पहुंचे, जहां वो पराक्रम दिवस का लुफ्त उठाएं। पीएम मोदी के आलावे वहां बंगाल सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद रहे।
India marks #ParakramDivas and pays homage to Netaji Subhas Chandra Bose. https://t.co/5mQh5GuAuk
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2021
नेताजी की 125वीं जयंती पर PM मोदी समेत इन नेताओं ने किया नमन…
पीएम मोदी ‘पराक्रम दिवस’ LIVE UPDATES:
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस, गरीबी को, अशिक्षा को, बीमारी को, देश की सबसे बड़ी समस्याओं में गिनते थे। हमारी सबसे बड़ी समस्या गरीबी, अशिक्षा, बीमारी और वैज्ञानिक उत्पादन की कमी है। इन समस्याओं के समाधान के लिए समाज को मिलकर जुटना होगा, मिलकर प्रयास करना होगा: PM modi
- नेताजी सुभाष, आत्मनिर्भर भारत के सपने के साथ ही सोनार बांग्ला की भी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। जो भूमिका नेताजी ने देश की आज़ादी में निभाई थी, वही भूमिका पश्चिम बंगाल को आत्मनिर्भर भारत में निभानी है। आत्मनिर्भर भारत का नेतृत्व आत्मनिर्भर बंगाल और सोनार बांग्ला को भी करना है: PM modi
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस, गरीबी को, अशिक्षा को, बीमारी को, देश की सबसे बड़ी समस्याओं में गिनते थे। हमारी सबसे बड़ी समस्या गरीबी, अशिक्षा, बीमारी और वैज्ञानिक उत्पादन की कमी है। इन समस्याओं के समाधान के लिए समाज को मिलकर जुटना होगा, मिलकर प्रयास करना होगा: PM मोदी
- आज हर भारतीय अपने दिल पर हाथ रखे, नेताजी सुभाष को महसूस करे, तो उसे फिर ये सवाल सुनाई देगा, क्या मेरा एक काम कर सकते हो?, ये काम, ये काज, ये लक्ष्य आज भारत को आत्मनिर्भर बनाने का है, देश का जन-जन, देश का हर क्षेत्र, देश का हर व्यक्ति इससे जुड़ा है: PM मोदी
- ये मेरा सौभाग्य है कि 2018 में हमने अंडमान के द्वीप का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप रखा। देश की भावना को समझते हुए, नेताजी से जुड़ी फाइलें भी हमारी ही सरकार ने सार्वजनिक कीं। ये हमारी ही सरकार का सौभाग्य रहा जो 26 जनवरी की परेड के दौरान INA Veterans परेड में शामिल हुए: PM
- देश ने ये तय किया है कि अब हर साल हम नेताजी की जयंती, यानी 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया करेंगे। हमारे नेताजी भारत के पराक्रम की प्रतिमूर्ति भी हैं और प्रेरणा भी हैं।
- पीएम मोदी बोले-आज के ही दिन माँ भारती की गोद में उस वीर सपूत ने जन्म लिया था, जिसने आज़ाद भारत के सपने को नई दिशा दी थी। आज के ही दिन ग़ुलामी के अंधेरे में वो चेतना फूटी थी, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सत्ता के सामने खड़े होकर कहा था, मैं तुमसे आज़ादी मांगूंगा नहीं, छीन लूँगा।
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PM मोदी, कहा-नेताजी के चरणों में नमन
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने पराक्रम दिवस कार्यक्रम को विक्टोरिया मेमोरियल में संबोधित करते हुए सबसे पहले नेताजी को याद करते हुए नमन किया और कहा हर साल नेताजी की जयंती ऐसे ही ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि आज के ही दिन माँ भारती की गोद में उस वीर सपूत ने जन्म लिया था, जिसने आज़ाद भारत के सपने को नई दिशा दी थी। आज के ही दिन ग़ुलामी के अंधेरे में वो चेतना फूटी थी, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सत्ता के सामने खड़े होकर कहा था, मैं तुमसे आज़ादी मांगूंगा नहीं, छीन लूँगा।