नई दिल्ली| पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने महाराष्ट्र के पंढरपुर (Pandharpur) में इंफ्रा मॉडर्नाइजेशन (Infra Modernization) पर एक कार्यक्रम को संबोधित किया| इस दौरान पीएम मोदी ने श्रीसंत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग (Sreesanth Dnyaneshwar Maharaj Palkhi Marg) और संत तुकाराम महाराज पालखी मार्ग (Sant Tukaram Maharaj Palkhi Marg) का शिलान्यास किया| श्रीसंत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग का निर्माण पांच चरणों में और संत तुकाराम महाराज पालखी मार्ग का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा| दोनों परियोजनाओं को संत तुकाराम और संत ज्ञानेश्वर से जुड़े शहर पंढरपुर में आने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।
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पंढरपुर यात्रा में हजारों-लाखों श्रद्धालु
पीएम मोदी ने कहा कि अतीत में हमारे भारत पर कितने ही हमले हुए, सैकड़ों साल की गुलामी में ये देश जकड़ा गया। प्राकृतिक आपदाएं आईं, चुनौतियां आईं, कठिनाइयां आईं, लेकिन भगवान विट्ठल देव में हमारी आस्था, हमारी दिंडी वैसे ही अनवरत चलती रही| पीएम मोदी ने कहा कि आषाढ़ एकादशी पर पंढरपुर यात्रा का दृश्य कौन भूल सकता है। हजारों-लाखों श्रद्धालु, बस खिंचे चले आते हैं।
देश में समानता की भावना
पीएम ने कहा ये यात्राएं अलग अलग पालखी मार्गों से तो चलती हैं, लेकिन सबका गंतव्य एक ही होता है। ये भारत की उस शाश्वत शिक्षा का प्रतीक है जो हमारी आस्था को बांधती नहीं, बल्कि मुक्त करती है। जो हमें सिखाती है कि मार्ग अलग अलग हो सकते हैं, पद्धतियां और विचार अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य एक होता है। पीएम ने कहा कि जब मैं सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास कहता हूं, तो उसके पीछे भी तो यही भावना है। यही भावना हमें देश के विकास के लिए प्रेरित करती है|
पीएम मोदी ने कहा, ‘पंढरपुर की सेवा मेरे लिए साक्षात् श्री नारायण हरि की सेवा है। यह वह भूमि है, जहां भक्तों के लिए भगवान आज भी प्रत्यक्ष विराजते हैं। संत नामदेव जी महाराज ने कहा है कि पंढरपुर तबसे है जब संसार की भी सृष्टि नहीं हुई थी।
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पीएम मोदी ने मांगे तीन आशीर्वाद
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज जब मैं अपने वारकरी भाई-बहनों से बात कर रहा हूं, तो आपसे आशीर्वाद स्वरूप तीन चीजें मांगना चाहता हूं। आपका हमेशा मुझ पर इतना स्नेह रहा है, कि मैं खुद को रोक नहीं पा रहा। दूसरा आशीर्वाद मुझे ये चाहिए कि इस पैदल मार्ग पर हर कुछ दूरी पर पीने के पानी की व्यवस्था भी की जाए, तीसरा आशीर्वाद जो मुझे चाहिए, वो पंढरपुर के लिए है। मैं भविष्य में पंढरपुर को भारत के सबसे स्वच्छ तीर्थ स्थलों में देखना चाहता हूं।