नई दिल्ली। Covid-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी आदेश के खिलाफ न्यूजीलैंड (New Zealand Protest) में तीन दिन से विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। मामले में पुलिस ने वेलिंगटन में संसद भवन के बाहर डेरा डाले प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारियां संसद के स्पीकर ट्रेवर मल्लार्ड द्वारा सड़कों को बंद करने का दुर्लभ आदेश जारी किए जाने के बाद हुईं।
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प्रदर्शनकारियों के खुद हटने का इंतजार
प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लिए पुलिस ने देश के अन्य हिस्सों में तैनात लगभग सौ अतिरिक्त अधिकारियों को बुलाया। हालांकि, पुलिस प्रदर्शनकारियों (New Zealand Protest) के खुद हटने का इंतजार कर रही थी। क्योंकि अधिकारियों ने धीरे-धीरे उनकी तरफ आगे बढ़ते हुए एक लाइन बनाई और लोगों को जाने का आदेश दिया।
प्रदर्शनकारियों को चेताया था कि वे गैरकानूनी तरीके से वहां मौजूद
पुलिस ने 120 से अधिक प्रदर्शनकारियों (New Zealand Protest) को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिसकर्मियों ने रक्षा जैकेट पहन रखी थी, लेकिन उनके हाथों में दंगा रोधी ढाल या बंदूकें नहीं थीं। कुछ प्रदर्शनकारी तीसरी रात भी वहां डटे रहने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि उन्होंने सभी प्रदर्शनकारियों को चेताया था कि वे गैरकानूनी तरीके से वहां मौजूद हैं।
प्रदर्शनकारियों से मैदान छोड़ने की अपील
अधीक्षक कोरी पार्नेल (वेलिंगटन जिला कमांडर) ने कहा, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से मैदान छोड़ने की अपील की और लोगों को इलाके से निकालना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, पुलिस लोगों के विरोध जताने के अधिकार का सम्मान करती है, लेकिन प्रदर्शन को इस तरह से संचालित करने की जरूरत है, जिससे जनता पर गलत प्रभाव न पड़े।
एक हजार लोगों का काफिला संसद के बाहर की सड़कों पर इकट्ठा हुआ
दरअसल, न्यूजीलैंड में मंगलवार को कोविड की रोकथाम के दिशानिर्देशों को लेकर कनाडा सहित अन्य देशों में जारी विरोध से प्रेरित कार और ट्रक सवार एक हजार लोगों का काफिला लेकर संसद के बाहर की सड़कों पर इकट्ठा हो गया। प्रदर्शनकारी न्यूजीलैंड में शिक्षकों, डॉक्टरों, नर्सों, पुलिस और सैन्य कर्मियों सहित कुछ अन्य कर्मचारियों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अनिवार्य किए जाने का विरोध कर रहे हैं। कई प्रदर्शनकारियों को दुकानों में और कक्षाओं में आठ साल से अधिक उम्र के छात्र-छात्राओं के लिए मास्क को अनिवार्य बनाए जाने पर आपत्ति है।