नई दिल्ली: गुरु नानक देव (Guru Nanak Dev) जी के ‘प्रकाश पर्व’ से पहले भारत सरकार (Indian Government) ने करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) खोलने का घोषणा कर दिया हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ‘अमित शाह’ (Amit Shah) ने ट्वीट किया कि – बड़ी संख्या में सिख तीर्थयात्रियों को लाभान्वित करने वाले एक बड़े निर्णय में, सरकार ने सोमवार को 17 नवंबर से करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Kartarpur Sahib Corridor) को फिर से खोलने का निर्णय किया है। यह फैसला ‘श्री गुरु नानक देव’ जी और हमारे सिख समुदाय (Sikh Community) के प्रति मोदी सरकार (Modi Government) की अपार श्रद्धा को दर्शाता है।
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इससे पहले आज पूर्व सीएम ‘कैप्टन अमरिंदर सिंह’ ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि – सिख संगत की भावनाओं का आदर करते हुए 19 नवंबर से पहले करतारपुर कॉरिडोर को खोल दिया जाए। पंजाब बीजेपी नेताओं के एक दल ने भी प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर इस मांग को उठाया था।
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करतारपुर कॉरिडोर के द्वारा ही पाकिस्तान के कस्बे ‘करतारपुर’ को पंजाब के गुरुदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक के साथ जोड़ा गया है। हिंदुस्तान से लगी सीमा से करीब चार किलोमीटर दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रावी नदी के तट पर स्थित ‘श्री करतारपुर साहिब’ गुरुद्वारा सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है। यह लाहौर से 120 किमी दूर स्थित है। गुरु नानक जी के माता-पिता का देहांत भी यहीं पर हुआ था। यहां बाबा नानक ने अपनी जिंदगी का अंतिम समय बिताया था। यहां उन्होंने 17 वर्ष 5 माह 9 दिन अपने हाथों से खेती तक की।
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